डॉ. अमूल्य रत्न महांति को मिला उमा बल्लभ षड़ंगी हिंदी-ओड़िया सेतु सम्मान

कोलकाता। कटक – ओड़िशा के जाने-माने युवा साहित्यकार, अनुवादक, गवेषक, संपादक और संगठक डॉ. अमूल्य रत्न महांति को सप्तपर्णी कला साहित्य सृजन शोध पीठ भोपाल की ओर से उमा बल्लभ षड़ंगी हिंदी-ओड़िया सेतु सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें पुरस्कार स्वरूप शाल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ ₹25000 की सम्मान निधि भेंट की गई। गौरतलब है कि देश के प्रसिद्ध साहित्यकार विनय सारंगी राजाराम की संस्था सप्तपर्णी कला साहित्य सुजन शोध पीठ भोपाल की तरफ से अपने विद्वान पिता की स्मृति में यह सम्मान हर साल दिया जाता है ‌।

आज के समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश शासन के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के साथ-साथ डॉ विकास दवे, निदेशक साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल, डॉक्टर देवेंद्र दीपक वरिष्ठ साहित्यकार पूर्व निदेशक मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी भोपाल, प्रकाश बर्तनिया कुलाधिपति भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ, डॉ.मनोज मिश्र वन्य जंतु विशेषज्ञ की गरिमामय उपस्थिति में डा. महांति को यह सम्मान मिला ।

3 सत्रों में आयोजित इस भव्य आयोजन में शहर के विभिन्न साहित्यकारों के अलावा देश के कोने-कोने से आए अनेक विद्वान और साहित्यकार उपस्थित थे। इसमें कला साहित्य के अंतर्संबंध पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी भी हुई और प्रोफेसर राजाराम शर्मा द्वारा रचित “कला साहित्य के अंतर्संबंध विविध आयाम” पुस्तक का विमोचन भी हुआ । संप्रति डॉ. महांति देवी कंदल नित्यानंद महाविद्यालय में हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।

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