डीपी सिंह की कुण्डलिया

पहले दिन ही था कहा, मोदी ने, प्रण लेउँ
ख़ुद भी खाऊँगा नहीं, और न खाने देउँ
और न खाने देउँ, विपक्षी पर कब कम हैं
बिरयानी-बादाम, जाम सब फ्री, क्या ग़म हैं
धरने में धर धीर, शीत-बारिश जो सह ले
दिखा-दिखा कर खाय, मिलेगा उसको पहले

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