डीपी सिंह की कुण्डलिया

कुण्डलिया

————–
अपराधी नेता बने, गुण्डे ठेकेदार।
नोट उगाही में लगी, पुलिस और सरकार।।
पुलिस और सरकार, स्वयं बारूद बिछाए।
लूट-मार आतंक, और हत्या करवाए।।
घड़ा छलक कर पाप, अभी निकला है आधी।
कृपा करें “देवेंद्र”, न बच पाएँ अपराधी।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

4 × two =