साहित्यडीपी सिंह की कुण्डलिया Posted on March 22, 2021 by admin कुण्डलिया ————– अपराधी नेता बने, गुण्डे ठेकेदार। नोट उगाही में लगी, पुलिस और सरकार।। पुलिस और सरकार, स्वयं बारूद बिछाए। लूट-मार आतंक, और हत्या करवाए।। घड़ा छलक कर पाप, अभी निकला है आधी। कृपा करें “देवेंद्र”, न बच पाएँ अपराधी।। फिनलैंड फिर बना दुनिया का सबसे खुशहाल देश, इतने नंबर पर है भारत द्रमुक, अन्नाद्रमुक में जया की मौत को लेकर आरोप-प्रत्यारोप जारी