Kolkata Hindi News, जलपाईगुड़ी। लोगों को बिना कोर्ट गए उचित न्याय मिले, इसके लिए वैकल्पिक न्याय व्यवस्था से एक नई सोच की शुरुआत हुई है। सुलह और मध्यस्थता के माध्यम से विभिन्न मामलों को कैसे निपटाया जाए, इस पर जलपाईगुड़ी में एक आधिकारिक सम्मेलन आयोजित किया गया।
मूलतः इसका मुख्य उद्देश्य मध्यस्थता के माध्यम से लोगों की विभिन्न समस्याओं का समाधान करना है।
मध्यस्थता पर यह जिला स्तरीय सम्मेलन कलकत्ता उच्च न्यायालय मध्यस्थता और सुलह समिति द्वारा आयोजित किया गया था। सम्मेलन में कलकत्ता उच्च न्यायालय की मध्यस्थता और सुलह समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति हरीश टंडन उपस्थित थे।
इसके अलावा कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश विश्वजीत बोस, न्यायाधीश सौगत बोस, न्यायाधीश विभा रंजन डे, न्यायाधीश सुप्रतिम भट्टाचार्य भी इस सम्मेलन में शामिल हुए। इसके अलावा जलपाईगुड़ी जिला न्यायालय के सभी न्यायाधीश वहां मौजूद थे। जलपाईगुड़ी की जिलाधिकारी शमा परवीन, जिला पुलिस अधीक्षक खंडबहाले उमेश गणपत सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।
जलपाईगुड़ी जिला परिषद के सभागार में आयोजित सम्मेलन में जलपाईगुड़ी जिले से इसका नेतृत्व जलपाईगुड़ी बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि और प्रख्यात वकील कमल कृष्ण बनर्जी,, अभिजीत सरकार और अन्य ने किया।
कॉन्फ्रेंस में मौजूद जजों ने मध्यस्थता के जरिए न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर जोर देने पर चर्चा की। माना जा रहा है कि मध्यस्थता माध्यम से न्याय मिलने से जहां लोगों को परेशानी कम होगा, वहीं पैसों की काफी बर्बादी भी रोकी जा सकेगी।
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