नयी दिल्ली। उत्तर भारत के राज्यों में जहां ठंड की शुरुआत हो गई है। वहीं, दक्षिण के दो राज्यों, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में साइक्लोन का खतरा मंडरा रहा है। भारी बारिश और बाढ़ के कहर से जूझ रहे तमिलनाडु पर साइक्लोन मिचौंग (Michaung) का खतरा मंडरा रहा है। चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर सहित तमाम शहरों में बारिश से हालात बेहद खराब हैं। स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की हिदायत
मौसम विभाग ने चक्रवात की चेतावनी जारी की है। चेन्नई के अरक्कोणम शहर में एनडीआरएफ को स्टैंडबाय पर रखा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर लो-प्रेशर एरिया बन रहा है, जिसकी वजह से चक्रवाती तूफान आने की आशंका है। इसको देखते हुए मछुआरों को फिलहाल समुद्र में ना जाने की हिदायत दी गई है।
आईएमडी ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि बुधवार को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित हो गया। मौसम विभाग की मानें तो आज इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर एक दबाव में तब्दील होने की संभावना है।
*राष्ट्रीय बुलेटिन नंबर 1: सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र (Well Marked Low Pressure Area), दक्षिणपूर्व उससे सटे दक्षिणपश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक अवदाब (Depression) के रूप में केंद्रित है (Pre-Cyclone Watch: Yellow Message)*
— India Meteorological Department (@Indiametdept) December 1, 2023
दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु तट को पार करेगा तूफान
मौसम विभाग की मानें तो 03 दिसंबर को इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए, धीरे-धीरे बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। इसके बाद, यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और चक्रवाती तूफान के रूप में 4 दिसंबर की शाम के आसपास चेन्नई और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु तट को पार करेगा।
हालांकि, प्रत्याशित प्रणाली के प्रभाव में, 1 दिसंबर की सुबह से दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक की तेज़ हवा चलने की संभावना है और 2 दिसंबर की सुबह से 50-60 किमी प्रति घंटे से लेकर 70 किमी प्रति घंटे तक की तेज़ हवा चलने की संभावना है।