कोलकाता। देश की सुप्रसिद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्था नीलांबर साहित्य को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास हमेशा करती रही है। उसके सारे कार्य और कार्यक्रम इसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए सृजित होते हैं। संस्था की तरफ से इसी उद्देश्य के तहत ‘सृजन’ नामक अभियान की कल्पना की गई है। ‘सृजन’ के तहत विद्यार्थियों को साहित्य व विभिन्न कलाओं से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। विद्यार्थियों को अभिनय, आवृत्ति, नृत्य, संगीत, चित्रकारी आदि विधाओं का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन कलाओं के माध्यम से यही विद्यार्थी साहित्यिक कृतियों एवं रचनाओं की प्रस्तुति करेंगे। सृजन अभियान के माध्यम से नई किशोर पीढ़ी में साहित्य प्रेम जगाने का कार्य होगा।
इस अभियान का आरंभ जनता आदर्श विद्यालय (गर्ल्स), हावड़ा से हुआ। उद्घाटन में विद्यालय की शिक्षक प्रभारी और अध्यापिकाओं के साथ-साथ उच्च माध्यमिक की छात्राएँ भी शामिल रहीं। उपस्थित अध्यापिकाओं में विद्यावती पांडेय, चंदना दे, सरिता मिश्रा, वर्षा सिंह, ज़ोइया अहमद प्रमुख थीं। इस अवसर पर जनता आदर्श विद्यालय की शिक्षक प्रभारी इंद्रावती सिंह ने कहा कि इस अभियान से विद्यालय की छात्राएँ निश्चय ही लाभान्वित होंगी। उन्होंने संस्था का धन्यवाद किया। नीलांबर के अध्यक्ष यतीश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि ‘सृजन’ नीलांबर का एक और रचनात्मक प्रयास एवं अभियान है, जिसमें स्कूल और कॉलेज के बच्चों में साहित्य एवं कलाओं के माध्यम से उनकी सृजनात्मकता का विकास करना हमारा मूल लक्ष्य है। जो भी शिक्षण संस्थान हमसे जुड़ना चाहे, उनका हार्दिक स्वागत है।
संस्था सचिव ऋतेश कुमार ने कहा कि यह हमारा दायित्व बनता है कि हम अपनी अगली पीढ़ी को साहित्य और विभिन्न कलाओं से जोड़ें। उनमें इसके लिए रुचि पैदा करें, साथ ही उन्हें प्रशिक्षित करें। इससे विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। नौकरियों में ही नहीं सामान्य जीवन में इससे लाभ होगा। इस अवसर पर संस्था की ओर से अपराजिता, आरती, तनिष्का, प्रज्ञा और खुशी ने कविता आवृत्ति और गीतों की प्रस्तुति कर इसे खास बनाया। सिमरन शमीम ने कार्यक्रम का संचालन किया।