कोलकाता। पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दो साल से लगातार सत्ताधारी दल और राज्य के संवैधानिक प्रमुख के बीच जुबानी जंग चल रही है। इसी बीच हावड़ा से लोकसभा सदस्य और टीएमसी के वरिष्ठ नेता प्रसून बनर्जी ने एक विवादित बयान देकर इस जंग को और बढ़ा दिया है। सांसद बनर्जी ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए राज्यपाल धनखड़ को शैतान बता दिया। टीएमसी सासंद सिर्फ यही नहीं रूके उन्होनें कहा कि वो राज्यपाल धनखड़ को अपने संसदीय क्षेत्र हावड़ा में नहीं घुसने देंगे।
सांसद प्रसून बनर्जी ने केंद्र सरकार को धमकी देते हुए कहा कि अगर एक महीने के अंदर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को नहीं हटाया गया तो टीएमसी पार्टी एक बड़ा आंदोलन करेगी। बनर्जी ने आगे कहा कि जरूरत पड़ने पर वो अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन के बाहर धरना देंगे और ट्रेन का चक्का भी जाम करेंगे। गौरतलब हैं कि हावड़ा नगर निगम से बाली नगर पालिका को अलग करने वाले बिल को राज्यपाल धनखड़ ने अपने पास लंबित रखा है।
सांसद प्रसून बनर्जी राज्यपाल की ओर से हो रही इसी देरी के खिलाफ दासनगर में एक विरोध प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। टीएमसी के नेताओं और राजभवन के बीच हो रही जुबानी बयानबाजी के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यो को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि वो कानून को अपनी मुठ्ठी में लेकर सरकार चलाती है। धनखड़ ने कहा कि राज्य के सत्तारूढ़ दल द्वारा उनका लगातार अपमान किया जा रहा है।