सत्ता के उत्तराधिकारी
‘भारत की खोज’ नाम की किताब लिख दी तो
सोचा देश, हवा, पानी उन्होंने बनाये हैं
देश की आज़ादी को वे, सोचते हैं ऐसे जैसे
पट्टे में वो जायदाद लिखवा के लाये हैं
बैटिंग पे हक़ जैसे गली वाले क्रिकेट में
उनका ही होता है जो बैट ले के आये हैं
टीपू, पप्पू, तेजू जैसे सोचते हैं सत्ता के तो
उत्तराधिकारी सत्ताधारियों के जाये हैं
–डीपी सिंह