डीपी सिंह की रचनाएं

पहचान कौन…

मफलर, चप्पल और इक, नीली वैगन-आर
बारह चेहरे पर बजे, पहने शर्ट उधार
पहने शर्ट उधार, दिखाते, हैं खर्चे में
विज्ञापन करवाय, रहें हरदम चर्चे में
चालू चमचे चार, झूठ के ताने बुनकर
बन बैठे सरकार, गले में डाले मफलर

–डीपी सिंह

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