- “त्यौहार होता है भले हिन्दूओं का “पुकार”/खुशियाँ मनाते सब है अपरम्पार होली में”
कोलकाता। उत्कृष्ट काव्य के सृजनकर्ताओं द्वारा होली के पहले ही राष्ट्रीय कवि संगम बंगाल के प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ. गिरिधर राय के मार्गदर्शन में संस्था द्वारा श्रीराम वन गमन पथ यात्रा को समर्पित काव्य गोष्ठी में जमकर रंग बिरंगी फुहार बरसी जिसकी अध्यक्षता प्रान्तीय महामंत्री एवं गजलकार राम पुकार सिंह ने की।इसका कुशल संचालन की – कामायनी ‘संजय’ ने। कार्यक्रम का शुभारम्भ हिमाद्रि मिश्रा द्वारा मधुर सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में – एक ओर जहां वरिष्ठ कवि चंद्रिका प्रसाद पांडे ‘अनुरागी’ ने ‘बसंत बंगाल में आवत नाही’ सुनाकर आत्मा को चेताया तो वहीं रंजन मिश्रा ने ‘फागुन आइल बा’ भोजपुरी गीत गा कर गाँव की होली का आभास दिलाया।
एक ओर जहां श्यामा सिंह की रचना -‘छूके तन को बसंती पवन’ ने ह्रदय को गुदगुदाया तो वहीं दूसरी ओर रीमा पांडे ने ‘कर लिया मुझको लाल होली में’ सुनाकर सभी के तन मन को थिरकाया। जहां हिमाद्रि मिश्रा की रचना – ‘फाग खेलत दशरथ लाल’ में रंग खेलते दिखे रघुराई तो वहीं कामायनी की रचना – ‘आज जमुना के तीर हे कान्हा होली खेलें अइहो’ में पुकारे गए कृष्ण कन्हाई। एक ओर जहां देवेश मिश्रा ने सुनाई ‘बंगाल की माटी’ की कहानी तो वहीं दूसरी ओर राजकुमार राय ने सुनाया – ‘फागुन में बरसेला पानी’।
लेकिन होली का असली रंग तब चढ़ा जब सुदामी यादव एवं सीमा सिंह ने ‘जोगीरा सारा रारा रा’ सुनाया और होली का हर्षौल्लास से भरा एक माहौल बनाया।यही नहीं, कार्यक्रम के अंत में जहां रमाकांत सिन्हा ने होली में ‘सारी हदों को तोड़ देने’ का तुरुप का पत्ता छोड़ा तो वहीं “पुकार” गाजीपुरी ने ‘त्यौहार होता है भले हिन्दूओं का “पुकार”/खुशियाँ मनाते सब है अपरम्पार होली में’ यह सन्देश देकर सभी के दिलों को जोड़ा। इस तरह होली के सारे रंगों को कविताओं के कैनवास पर उभार दिया काव्य के चित्रकारों ने।
इस अवसर पर श्रोताओं की पंक्ति में – संस्था के प्रान्तीय मंत्री बलवंत सिंह गौतम, भोजपुरी साहित्य के भास्कर अनिल ओझा नीरद, जिलाध्यक्ष राजीव मिश्र, गीतकार आलोक चौधरी, वीर बहादुर सिंह, कृष्णानंद मिश्रा, अंतरा मिश्रा, नीलम झा एवं सरिता सिन्हा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। अंत में – उत्तर २४ परगना जिले की उपाध्यक्षा श्यामा सिंह ने होली की अग्रिम शुभकामनायें देते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापन कर यह अभूतपूर्व कार्यक्रम सुसंपन्न किया।