कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्र की मौत के आरोपितों में से एक अरित्र मजूमदार ने दावा किया है कि वारदात वाले दिन वह हॉस्टल में था ही नहीं। हालांकि उसके दावे के विपरीत हॉस्टल से रजिस्टर में उसके प्रवेश का हस्ताक्षर मौजूद है। अरित्र को पुलिस ने संदिग्धों की सूची में रखा है और उसे कई बार पूछताछ के लिए बुलाया गया है लेकिन वह नहीं गया है। इस वजह से उसके फरार होने का दावा किया जा रहा है।
इस बीच उसने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है जिसमें कश्मीर जाने के लिए राजधानी एक्सप्रेस का 10 अगस्त का टिकट पोस्ट किया है। अरित्र ने दावा किया है कि नौ अगस्त और 10 अगस्त को वह हॉस्टल में गया ही नहीं क्योंकि उसे कश्मीर में ट्रेकिंग के लिए जाना था। वारदात के ठीक बाद 10 अगस्त को वह तय कार्यक्रम के अनुसार कश्मीर चला भी गया और ट्रैकिंग कर रहा है। इसकी तस्वीर भी उसने डाली है।
हालांकि दूसरी ओर सिविल इंजीनियरिंग विभाग, जिसमें वह पढ़ता है, उसके विभाग के रजिस्टर में उसकी उपस्थिति दर्ज है। 11 अगस्त को भी रजिस्टर में उसकी उपस्थित है जब वह दावा कर रहा है कि कश्मीर में है। इसलिए पुलिस अब उसे हिरासत में लेने की तैयारी में है।