कोलकाता (Kolkata)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि फरक्का बैराज की मरम्मत के लिए 700 करोड़ रुपये देने की बात केंद्र ने की थी लेकिन बार-बार मांगने के बावजूद नहीं मिला। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं। नदी में जलस्तर बढ़ गया है। फरक्का बैराज के कटाव का मुद्दा काफी पुराना है।
हमने कई बार केंद्र सरकार से इस मामले में बात की लेकिन कोई मदद नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा (Lok Sabha) चुनाव करीब है। ऐसे में भाजपा के बड़े नेता बंगाल आते हैं, कहते हैं यह देंगे वह देंगे लेकिन जो राज्य के लोगों के हित में है, वह रोक कर रखा है। 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना का पैसा नहीं देते। जब बांग्लादेश के साथ फरक्का बैराज का समझौता हुआ था।
उसी समय केंद्र ने स्पष्ट कर दिया था कि गाद के कटाव और मरम्मत के लिए 700 करोड़ रुपये दिए जाएंगे लेकिन नहीं दिया गया। ममता ने कहा कि शमशेरगंज के लिए मैंने एक दिन पहले ही 50 करोड़ के आवंटन की घोषणा की थी जो बेहद जरूरी हो गया है। लगातार नदी का कटाव बढ़ रहा है। मौसम बदल रहा है। उन्होंने शमशेरगंज के नदी कटाव प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया और लोगों से बातचीत की।
उसके बाद उन्होंने प्रशासनिक बैठक में भाग लिया और पट्टा वितरण किया। मुख्यमंत्री ने नदी किनारे रहने वाले 86 लोगों को पट्टा दिया है। इसके बाद उन्होंने कहा कि गुरुवार को ही मालदा मुर्शिदाबाद की प्रशासनिक समीक्षा हुई थी।आज मैंने अपनी आंखों से शमशेरगंज की स्थिति देखी है। मैं कई बार लालगोला धूलियान सूती भगवानगोला जा चुकी हूं। इन क्षेत्रों में फरक्का बैराज की वजह से बेहद समस्याएं हैं, जिनके सुधार के लिए केंद्र सरकार बिल्कुल सजग नहीं है।