कोलकाता: राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार मुर्शिदाबाद के बरमान से तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवन कृष्ण साहा की मुश्किलें और अधिक बढ़ने वाली हैं। इसकी वजह है कि सीबीआई की उनके घर छापेमारी के दौरान उन्होंने साक्ष्यों को नष्ट करने के लिए अपना मोबाइल फोन तालाब में फेंक दिया था। हालांकि उसी फोन से केंद्रीय एजेंसी ने उनकी चैट हिस्ट्री रिकवर कर ली है। उनके फोन को तलाशने के लिए केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने 52 घंटे तक तालाब में तलाशी अभियान चलाया था और दोनों फोन बरामद कर लिए गए थे।
उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था। अब सीबीआई सूत्रों ने मंगलवार को बताया है कि उस पूरे फोन से व्हाट्सएप, एसएमएस और कॉल की पूरी डिटेल निकाल ली गई है। दिल्ली स्थित फॉरेंसिक यूनिट में फोन की जांच चल रही थी जो अब पूरी हो गई है। पता चला है कि विधायक ने अपने फोन से कई प्रभावशाली लोगों से बातचीत की थी जिसका रिकॉर्ड डिलीट कर दिया था। इसलिए टेलीफोन ऑपरेटर से संपर्क कर इसकी पूरी डिटेल निकाली जाएगी।
सूत्रों ने बताया है कि जीवन कृष्ण के पास एक नंबर जिओ का था और दूसरा एयरटेल का। उनके पास तीसरा नंबर था जो वोडाफोन का था। इन तीनों ही सर्विस प्रोवाइडर्ल से सीबीआई के अधिकारी संपर्क करने में जुट गए हैं। उनके फोन से किसे किसे कॉल किया गया, किसका किसका एसएमएस आया इस सब का डिटेल निकाला जा रहा है। इसके अलावा व्हाट्सएप चैट की भी जानकारी निकालने के लिए साइबर एक्सपर्ट्स की मदद ली जा रही है।
सूत्रों ने बताया है कि जीवन कृष्ण साहा का संपर्क ना केवल कुंतल घोष और शांतनु से था बल्कि सत्ता में शीर्ष पर बैठे कई लोगों के संपर्क में वह था। यहां तक कि पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से जुड़े लोगों के भी संपर्क में जीवन कृष्ण के होने की जानकारी मिली है। चैट हिस्ट्री के आधार पर उन लोगों की एक सूची बनाई जा रही है जिन से नए सिरे से पूछताछ की जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि इसमें तृणमूल कांग्रेस के कई नए लोगों के नाम उजागर हुए हैं।