कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सैकड़ों करोड़ रुपये की शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के एक अधिकारी स्वेच्छा सेवानिवृत्ति चाहते हैं। इसीलिए वह जांच से भी मुक्त होना चाहते हैं। इसे लेकर केंद्रीय एजेंसी ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति अभिजीत गांगुली की पीठ में आवेदन किया है। कोर्ट ने इसे तत्काल देखने का आश्वासन दे दिया है।
सीबीआई के अधिवक्ता ने न्यायाधीश से कहा कि आपने एसआईटी गठन करने का निर्देश दिया था इसलिए आपकी अनुमति के बगैर उक्त अधिकारी को स्वेच्छा सेवानिवृत्ति नहीं मिलेगी। सीबीआई अधिकारी का नाम धर्मवीर सिंह है। धर्मवीर सीबीआई में एसपी रैंक के अधिकारी हैं।
आवेदन के बाद न्यायाधीश ने स्पष्ट किया है कि एसआईटी में अधिक संख्या में बंगाली अधिकारियों को रखने के बारे में वह सोच रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय एजेंसी को ऐसे अधिकारियों का नाम कोर्ट में जमा करने को ही कहा है। न्यायाधीश ने कहा कि न्यायालय की निगरानी में पूरे मामले की जांच होगी।