प्रमोद तिवारी की कविता : कुरूक्षेत्र मेरी नजर से (चतुर्थ भाग)

कुरूक्षेत्र मेरी नजर सेः चतुर्थ भाग था पांचजंय बज उठा, और रण का घोष हो

अजय तिवारी “शिवदान” की कविता : “खुद की जिंदगी”

“खुद की जिंदगी” सबकी परवाह करते करते, खुद की जिंदगी बेपरवाह हो गई है। सबकी

गिरिधर राय की कुण्डलियाँ

हर हर गंगा बोलिए, लेकर शिवका नाम पलक झपकते कष्टका, होगा काम तमाम होगा काम

जयपुर में डॉ. सुनीता मंडल को सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार से सम्मानित किया गया

जयपुर : महिला दिवस के उपलक्ष पर प्रताप नगर, जयपुर में पश्चिम बंगाल के उत्तर

गोपाल नेवार की कविता : दुनियाँ कहाँ जा रहा है

दुनियाँ कहाँ जा रहा है समाज का माहौल बिगड़ता जा रहा है कैसे समझाएं समझ

पारो शैवलिनी की गज़ल : साथ हरदम रहेगा

साथ हरदम रहेगा शाम ढलती रहेगी, उम्र ढलता रहेगा। प्यार रोशन हमारा तो होता रहेगा।

साहित्यिक संस्था पोथी बस्ता द्वारा Zoom जूम एप पर महिला दिवस कार्यक्रम आयोजित

अनु नेवटिया, कोलकाता : साहित्यिक संस्था पोथी बस्ता द्वारा ZOOM ऐप पर आयोजित कार्यक्रम “मनमर्ज़ियाँ,

कविता में भार और धार के साथ वार भी होना चाहिए

राष्टृीय कवि संगम का द्वितीय प्रांतीय अधिवेशन संपन्न रीमा पांडेय, कोलकाता : ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की

#Women Day : गोपाल नेवार की कविता : “नारी”

आज 8 मार्च 2021 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर नारी शक्ति को मेरा प्यार

महिला दिवस पर विशेष भोजपुरी कविता  : “नाहीं कहली”

 “नाहीं कहली” खुलि के कबहूँ आपन उ बात नाहीं कहली, जागल जवन प्यार में ज़ज्बात