डीपी सिंह की रचनाएं
अङ्ग-प्रदर्शन की मची, बालाओं में होड़ पर गिद्धों की आँत की, दिखती नहीं मरोड़ दिखती
भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विकास में वेदव्यास की भूमिका अविस्मरणीय है – प्रो शर्मा
उज्जैन : वेदव्यास और भारतीय गुरु शिष्य परंपरा : अवदान और सम्भावनाएँ पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी
पूनम शर्मा स्नेहिल की कविता : इंतजार
इंतजार 🦋🦋🦋🦋🦋🦋🦋🦋 बाट निहारे तेरी सजनी, कर सोलह शृंगार । आ जा सजना घर जल्दी
भारतीय संस्कृति में गुरू की महत्ता विषय पर आभासी संगोष्ठी 25 जुलाई को आयोजित
नागदा (निप्र)– राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 120वीं सगोष्ठी भारतीय संस्कृति में गुरू की महत्ता और
सृष्टि का जन्म स्थल छत्तीसगढ़ है- डॉ. विनय पाठक
छत्तीसगढ : जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं से संपन्न राज्य छत्तीसगढ़ सृष्टि का जन्म स्थल है। इस
डीपी सिंह की रचनाएं
बदली ऋतु, मौसम हुआ, जैसे ही अनुकूल टर्र टर्र टों ट्वीट से, गूँजे सरवर कूल
अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का कार्य गुरु करते हैं : गरिमा गर्ग
पंचकूला, हरियाणा : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ट्राई-सिटी द्वारा गुरु परम्परा के शिखर पुरुष सामाजिक एवं
विलक्षण रत्नों से बढ़ा है भारत का अभिमान : प्रो शर्मा
राजस्थान की धरा : त्याग, पराक्रम एवं महापुरुषों की कर्म स्थली पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 21 जुलाई को आभासी संगोष्ठी आयोजित
नागदा (निप्र)। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 116वीं आभासी संगोष्ठी पंजाब एवं हरियाणा का संयुक्त आयोजन
श्री राम पुकार शर्मा की कहानी : “कर्म पुजारी का महागमन”
कोरोना काल में अपने आप को कर्तव्य की बलिवेदी पर अर्पण करने वाले वीर योद्धा