सीढ़ियां चढ़ने या टहलने से ही फूलने लगती है सांस, सांस से जुड़ी हर तकलीफ को दूर करेंगी ये 5 घरेलू उपाय

Health Desk : जरा सा टहलने पर फूलने लगती है सांस? यदि ऐसा बार-बार हो तो नजरअंदाज ना करें। डॉक्टर से जरूर मिलें। इसके साथ ही जब सांस फूलने की समस्या हो, तो राहत पाने के लिए अपना सकते हैं ये घरेलू उपाय…

सांस फूलने के कारण और दूर करने के घरेलू उपाय : सांस का फूलना, सांस लेने में तकलीफ महसूस करना या सांस का तेज चलना ये कुछ ऐसी स्थितियां हैं, जिसमें व्यक्ति को काफी असहज महसूस होता है। यह समस्या कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीजों में देखने को ज्यादा मिलती है। खासकर तब, जब कोरोना फेफड़ों में अटैक कर चुका होता है। हालांकि, सांस फूलना या सांस की कमी कई अन्य कारणों से भी होता है, जैसे सीढ़ियां तेजी से चढ़ना-उतरना, ठंड का मौसम, सांस की नली में कोई समस्या, अस्थमा/दमा, फेफड़ों में तकलीफ आदि।

कई बार मोटापे से ग्रस्त लोगों में भी दम फूलने या सांस तेज होने की समस्या होती है। यह कभी-कभी हो तो परेशानी वाली बात नहीं, लेकिन लगातार ऐसा हो तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। यदि ऐसा कभी-कभी हो या मोटापे, अस्थमा/दमा, सीने में कफ जमने से हो, तो आप इसे कुछ घरेलू उपायों से भी नियंत्रित कर सकते हैं।

1) सांस फूलने में पिएं अदरक वाली चाय : सांस फूलने की समस्या होने पर व्यक्ति को तुरंत ही अदरक वाली चाय पीने के लिए दें। अदरक में मौजूद तत्व रेस्पिरेटरी इंफेक्शन को दूर करते हैं। अदरक में मौजूद होते हैं एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज, जो फेफड़ो में होने वाले सूजन, इंफ्लेमेशन को कम करते हैं। तनाव दूर करने के लिए भी अदरक वाली चाय पीना बेस्ट है।

2) ब्लैक कॉफी पीने से सांस फूलने की समस्या होती है दूर : ब्लैक कॉफी वायुमार्ग में मौजूद मांसपेशियों के जकड़न को कम करने में मदद करती है। जिन लोगों को अस्थमा/दमा की बीमारी है, उन्हें भी ब्लैक कॉफी का सेवन प्रतिदिन एक कप जरूर करना चाहिए। यह फेफड़ों के कार्यों को बेहतर बनाती है, जिससे सांस फूलने की समस्या भी ठीक होती है।

3) स्टीम लेने से मिलती है राहत : यदि आपको सीने, नाक में बलगम के कारण जकड़न है, तो सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। इस समस्या को आप स्टीम लेकर दूर सकते हैं। नेजल पैसेज में हुए ब्लॉकेज के कारण सांस फूलने लगता है। इसे आप स्टीम की मदद से खोल सकते हैं। फेफड़ों में जमें बलगम को भी स्टीम के जरिए खत्म कर सकते हैं। दिन में दो बार गर्म पानी का स्टीम लें।

4) आगे की तरफ झुककर बैठें : यदि सांस फूले तो आप तुरंत ही कुर्सी पर आगे की तरफ झुककर बैठने की कोशिश करें। बैठने से भी ब्रीदिंग को बढ़ा सकते हैं। कुर्सी पर बैठकर पैरों को फर्श पर रखें। अब थोड़ा आगे की तरफ झुककर केहुनियों को दोनों घुटनों पर रखें। अपनी ठुड्डी को पकड़ें और गर्दन और कंधे को रिलैक्स होने दें।

5) होठों को बंद करके गहरी सांस लेना : फर्श पर पद्मासन की अवस्था में सीधे तन कर बैठ जाएं। नाक से गहरी सांस अंदर लें और 5-6 सेकेंड के लिए रुकें। अब होंठों को गोल करके (जैसे सीटी बजाते समय करते हैं) 5 सेकेंड के लिए सांस को मुंह से धीरे-धीरे बाहर छोड़ें। सांस अंदर लेने से ज्यादा समय सांस को बाहर छोड़ें। इस प्रक्रिया को 10 बार जरूर करें। इससे वायुमार्ग में उत्पन्न हुई बाधा दूर होती है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं। Kolkata Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें। इस खबर से सबंधित सवालों के लिए कमेंट करके बताये और ऐसी खबरे पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें – धन्यवाद

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