तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : कुत्सित इरादों से बेटियों की ओर बढ़ने वाले गंदे हाथ तोड़ दिए जाने चाहिए। तभी हम बेटियों को बचा सकेंगे । काफी कुछ इसी भावावेश के साथ शुक्रवार की शाम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यकर्ताओं ने खड़गपुर के बोगदा में कैंडल मार्च निकाला। हाथरस के मनीषा बाल्मिकी को न्याय और दोषियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग पर निकाले गए इस मार्च का नेतृत्व वरिष्ठ नेता विप्लव भट, सुभाष लाल, चंदन राव और सौरव दास आदि ने किया। मार्च में समाज के हर वर्ग के लोगों की भागीदारी नजर आई ।
इस मौके पर लोगों ने कहा कि दिल्ली के निर्भया कांड के बाद देशवासियों में उम्मीद बंधी थी कि अब कोई बेटी इस तरह दरिंदगी का शिकार नहीं बनेगी । लेकिन हाथरस की घटना से लोगों में भारी गुस्सा और निराशा है । आश्चर्य है कि जो भाजपा गौ हत्या को पाप मानती है उसके नेताओं को बेटियों के इस तरह पाशविकता का शिकार बनने से कोई फर्क नहीं पड़ता । हाथरस के मनीषा बाल्मिकी कांड में यही देखा जा रहा है ।
सरकार ने इस मामले में लापरवाही और संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कर दी । शव को बगैर परिजनों को दिखाए परंपरा के खिलाफ रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया । इस बेहद दुखद घटना पर भाजपा के नेता और उत्तर प्रदेश सरकार गलती मानने के बजाय लगातार हठधर्मिता का परिचय दे रहे हैं जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ।