नयी दिल्ली। बिपरजोय तूफान के कारण देश के पश्चिमी तट पर भारी बारिश, तूफानी लहरें और तेज हवाएँ चलने की आशंका है। तफान के भारतीय तट से टकराने में अभी दो दिन का समय है लेकिन अभी से केरल, गुजरात, मुंबई में तेज तूफ़ानी लहरें उठने लगी हैं। 15 जून को जब ये तूफान भारत पहुंचेगा तो गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, जूनागढ़ और राजकोट जिलों में भारी नुकसान होने की आशंका है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओशन इंफॉर्मेशन सर्विसेज़ ने संयुक्त बुलेटिन जारी कर संभावित नुकसान की जानकारी दी है। माना जा रहा है कि छप्पर वाले घरों, अन्य कमज़ोर घरों को व्यापक नुकसान हो सकता है। बिजली और संचार के खंभों झुक या उखड़ सकते हैं, सड़कों को नुकसान होने की आशंका है।
रेलवे, ओवरहेड बिजली लाइनों और सिग्नलिंग सिस्टम बाधित होगा, फसलों- पेड़ों को व्यापक नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप के लिए हाई वेव अलर्ट जारी किया गया है।
पीटीआई के मुताबिक, बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी के चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है। 15 जून सुबह से शाम तक तूफान की रफ़्तार 125 से 135 किलोमीटर हो सकती है और ये 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है।