कोलकाता। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक एकीकृत मंच ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में 28 और 29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल (भारत बंद) का आह्वान किया है। भारत बंद के पहले दिन कोलकाता के जादवपुर में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हाथापाई हिंसक हो गया। पश्चिम बंगाल के सुबह के दृश्यों में पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जो जादवपुर में एकत्र हुए थे, जबकि इसी तरह का विरोध उत्तर कोलकाता के श्यामबाजार इलाके में किया जा रहा था। ट्रेड यूनियन के पहले के बयान में कहा गया था कि हरियाणा और चंडीगढ़ में एस्मा (आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम) के आसन्न खतरे के बावजूद रोडवेज, परिवहन कर्मचारियों और बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है।

एस्मा लागू होने पर किसी भी हड़ताल को प्रतिबंधित करता है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के अनुसार, सरकारी नीतियों के विरोध में बैंक कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं। इससे सोमवार और मंगलवार को बैंकिंग सेवाएं बाधित हो सकती हैं।अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने घोषणा की है कि वह बढ़ती बेरोजगारी, कम वेतन, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण और बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक 2021 सहित अन्य समस्याओं के विरोध में देशव्यापी आम हड़ताल में हिस्सा लेंगे।

AIBEA के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने पिछले सप्ताह अपने ट्विटर के माध्यम से देशव्यापी हड़ताल के लिए अपने संघ के समर्थन की जानकारी दी। एआईबीईए के अलावा बैंक एम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) सहित अन्य केंद्रीय बैंकिंग संघ भी 28 और 29 मार्च को भारत बंद में शामिल हुए हैं। अन्य क्षेत्रों ने भी बंद में अपने समर्थन की घोषणा की है।

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया है कि 28 और 29 मार्च को हड़ताल के कारण बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। ट्रेड यूनियनों के बयान में कहा गया है कि रेलवे और रक्षा क्षेत्रों में यूनियनें हजारों स्थानों पर हड़ताल के पक्ष में लामबंद होंगी। विभिन्न ट्रेड यूनियनों द्वारा 28 और 29 मार्च को 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल/बंद के आह्वान के बावजूद, पश्चिम बंगाल के सभी राज्य सरकार के कार्यालय खुले रहेंगे और कर्मचारी उन दिनों ड्यूटी पर रिपोर्ट करेंगे।

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