कोलकाता। पश्चिम बंगाल के खेल राज्य मंत्री मनोज तिवारी फिर से क्रिकेट के मैदान पर चौके—छक्के लगाते नजर आएंगे। बता दें कि मनोज तिवारी बंगाल रणजी टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं। उन्होंने आखिरी बार मार्च 2020 में बंगाल की तरफ से रणजी ट्रॉफी का फाइनल मैच खेला था। पिछले वर्ष बंगाल विधानसभा चुनावों के समय वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने शिवपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीते। इसके बाद उन्हें खेल राज्य मंत्री बनाया गया।
शिवपुर सीट से चुनाव जीतने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने मनोज तिवारी को अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए उन्हें खेल राज्य मंत्री बना दिया। वहीं मनोज तिवारी रणजी के पिछले सत्र में हिस्सा नहीं ले पाए थे क्योंकि उनको चोट लगी हुई थी। अब अभिमन्यु ईश्वरन की कप्तानी वाली टीम में उन्होंने वापसी की है।
बता दें कि बंगाल की टीम को ग्रुप बी में शामिल किया गया है। वहीं बंगाल का पहला मुकाबला 13 जनवरी को त्रिपुरा से होगा। यह मुकाबला बेंगलुरु में खेला जाएगा। ग्रुप बी में बंगाल के अलावा विदर्भ, राजस्थान, केरल हरियाणा और त्रिपुरा शामिल हैं। हालांकि रणजी ट्रॉफी पर कोरोना का साया मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि बंगाल रणजी टीम के सात सदस्य कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इनमें छह खिलाड़ी व टीम के सहायक कोच शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बंगाल रणजी टीम के खिलाड़ियों में सुदीप चटर्जी, अनुस्तूप मजुमदार, काजी जुनेद सैफी, गीत पुरी, प्रदीप प्रमाणिक व सुरजीत यादव कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं टीम के सहायक कोच सौराशीष लाहिड़ी भी संक्रमित हो गए हैं। यह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मनोज तिवारी का 17वां साल होगा। उन्होंने 125 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 8965 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 27 शतक और 37 अर्धशतक लगाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 303 रन का रहा। इसके अलावा मनोज तिवारी ने 12 वनडे और तीन टी20 मैच भी खेले हैं।