कोलकाता। आठ जुलाई को होने वाले पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची से पार्टी की राज्य युवा शाखा की अध्यक्ष सायोनी घोष का नाम गायब है। सत्ता और राजनीतिक गलियारों में इस बात पर चर्चा हो रही है कि क्या यह एक संयोग है या करोड़ों रुपये के स्कूल भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा घोष से की गई 11 घंटे की पूछताछ का नतीजा है।
घोष को ईडी ने 5 जुलाई को दूसरे दौर की पूछताछ के लिए फिर से बुलाया है। घोष का नाम 28 जून तक स्टार प्रचारकों की सूची में था और उन्होंने प्रचार कार्यक्रम में भाग भी लिया था। उन्होंने और अन्य स्टार प्रचारकों ने ईद-उल-अधा त्योहार के कारण गुरुवार को प्रचार अभियान से छुट्टी ली थी।
शुक्रवार को वो प्रचार अभियान में हिस्सा नहीं ले सकीं क्योंकि कोलकाता के साल्ट लेक में ईडी कार्यालय में उनसे पूछताछ चल रही थी। अब, पार्टी द्वारा शनिवार सुबह जारी की गई “स्टार प्रचारकों” की ताज़ा सूची में घोष का नाम गायब है, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या पार्टी नेतृत्व ने उनसे दूरी बनाने का संकेत दिया है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए प्रचार 6 जुलाई को शाम 5 बजे समाप्त हो जायेगा, जो ईडी दफ्तर में घोष की दूसरी निर्धारित पूछताछ के ठीक एक दिन बाद है। इसलिए यह तय नहीं है कि वो बीच में किसी भी दिन प्रचार अभियान में हिस्सा लेंगी। शुक्रवार रात करीब 11 बजे ईडी दफ्तर से निकलते वक्त घोष ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने 100 प्रतिशत सहयोग किया है।
घोष ने कहा, “उन्होंने कुछ दस्तावेज मांगे जो मैंने पहले ही जमा कर दिए हैं। अगर वे मुझे दोबारा बुलाएंगे तो मैं जाउंगी। अगर जरूरत पड़ी तो मैं यहां 24 घंटे रुकूंगी और सहयोग करुँगी।”