कोलकाता। बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने बंगाल को आतंकवादियों का पनाहगाह करार दिया है। सोमवार को मेदिनीपुर में प्रातः भ्रमण के दौरान दिलीप घोष ने कहा कि राज्य आतंकियों की शरणस्थली बन गयी है। यह राज्य हमेशा से ऐसा ही रहा है। आंतकवादियों ने यहां आकर शरण ली। मणिपुर, असम और मिजोरम के उग्रवादी यहां शरण ले रहे हैं और पकड़े जा रहे हैं। बांग्लादेश से आए सभी सिमी-जमात के उग्रवादी और रोहिंग्या घुसपैठियों ने यहां आकर शरण ली थी।
उन्होंने कहा कि यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक विशेष पदार्थ बरामद हुआ है, जिसकी कीमत करीब चार हजार करोड़ रुपये है। यहां अफगानिस्तान का पैसा भरपूर है। बार-बार विस्फोट क्यों होते हैं? इन सभी कारणों से बंगाल के प्रशासन के नियंत्रण के बारे में सोचने की जरूरत है। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। अगर सरकार सावधान नहीं हुई तो यहां के लोगों का जीवन बर्बाद हो जाएगा।
दरअसल तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से आंतक का वातावरण बना हुआ है। ऐसे में स्थानीय निवासी अफगानिस्तान छोड़ने को बेताब हैं। इस बीच, कोलकाता से 25.8 लाख भारतीय रुपये मूल्य के अफगानी मुद्रा के साथ दो लोगों को सीमा शुल्क के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। अफगानिस्तान में इस तनाव के बीच कोलकाता से अफगानी मुद्रा की बरामदगी ने खुफिया एजेंसियां चौंक गई हैं।