कोलकाता : बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव जीतने के लिए सभी दल पुरजोर कोशिश में जुट गये हैं। इसी क्रम में सीपीएम पोलितब्यूरो ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ सीटों के समझौते-गठबंधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है। अब 30 और 31 अक्टूबर को सीपीएम सेंट्रल कमेटी इस पर मुहर लगा देगी।
लेफ्ट के उच्च सूत्रों के मुताबिक, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा को रोकने के लिए लेफ्ट और कांग्रेस का साथ आना ज़रूरी है, यही वजह है कि पार्टी पोलितब्यूरो ने दिल्ली में हुई दो दिनों कि बैठक में आखिरकार बंगाल विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया है। सीपीएम पोलितब्यूरो के फैसले पर बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मैं सीपीएम पोलितब्यूरो के फैसले से खुश हूं और बंगाल में ममता बनर्जी और भाजपा दोनों को रोकने के लिए लेफ्ट और कांग्रेस में गठबंधन होना ही चाहिए।
बता दें कि अधीर रंजन चौधरी ही पार्टी के अध्यक्ष थे, जब साल 2016 में लेफ्ट और कांग्रेस ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। हलांकि 2019 लोकसभा चुनाव में लाख कोशिशों के बावजूद दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं हो सका था। वहीं, लेफ्ट और कांग्रेस दोनों के ही सूत्र दावा कर रहे हैं कि इस बार निचले स्तर पर दोनों दलों के नेता साथ आना चाहते हैं। सच्चाई ये भी है कि दोनों ही दलों का साथ मिलकर लड़ना दोनों के आस्तित्व के लिए बेहद ज़रूरी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि अपने प्रदेश अध्यक्ष कि राय के बाद कांग्रेस नेतृत्व इस पर क्या रुख इख़्तियार करता है।