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नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान और अब प्रशासक मोहम्मद अजहरूद्दीन का मानना है कि सभी बोर्ड को बैठक करके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर को फिर से तैयार करना चाहिए क्योंकि कोरोना महामारी के कारण वर्तमान कार्यक्रम के अनुसार खेल संभव नहीं हैं। हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष अजहरुद्दीन का इसके साथ ही मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) घरेलू और विदेशी खिलाड़ियों दोनों के लिये महत्वपूर्ण है और इसलिए भविष्य के दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में बदलाव भी जरूरी है।
इस 57 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि वे दो साल के लिये एफटीपी को फिर से तैयार करेंगे क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों में बहुत अनिश्चितता बनी हुई है। मेरे कहने का मतलब है कि आप अच्छे दौर के लिये हमेशा तैयार रहते हैं लेकिन बुरे समय के लिये तैयार नहीं रह सकते।
एक बार चीजें संभलने के बाद हमें अन्य सदस्य देशों के साथ बातचीत करनी चाहिए। भारत में इस महीने के आखिर लॉकडाउन बढ़ने की संभावना है और ऐसे में आईपीएल का अनिश्चितकाल तक स्थगित होना निश्चित है। पहले यह टूर्नामेंट 29 मार्च से 24 मई के बीच खेला जाना था। अ
गर उन्हें आईपीएल के लिये जगह बनानी है तो पूरे कार्यक्रम को बदलने की जरूरत पड़ेगी। यह एक विकल्प है। या तो फिर वर्तमान कार्यक्रम पर ही बने रहो और जिस टूर्नामेंट का समय बीत गया उसे भूल जाओ।‘लेकिन इसका मतलब सभी हितधारकों को बड़ा नुकसान होगा जो कि व्यावहारिक नहीं है।
इसलिए मैं एफटीपी में पूर्ण परिवर्तन की उम्मीद कर रहा हूं ताकि हम उसमें आईपीएल को भी फिट कर सकें। मुझे लगता है कि सभी बोर्ड इस पर सहमत होंगे क्योंकि हर कोई प्रभावित हो रहा है। निश्चित तौर पर बीसीसीआई सबसे अधिक प्रभावित होगा। कोई भी आईपीएल को न नहीं कहेगा। विदेशी खिलाड़ी भी नहीं। आईपीएल पर इतने अधिक लोगों की आजीविका निर्भर है।