आईआईएम उदयपुर की एक और अनूठी पहल, वित्तीय प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए लॉन्च किया ‘फिनटेक’

उदयपुर : भारतीय प्रबंधन संस्थान, उदयपुर ने इसी महीने फिनटेक शुरू करने की घोषणा की है। अपनी तरह का यह पहला फिनटेक एक डिजिटल केंद्र के तौर पर काम करेगा। इसका संचालन फिनटेक अकादमिक और हितधारकों द्वारा किया जाएगा और यह वित्तीय ढांचे के विकास के साथ-साथ उद्योग में तकनीकी समझ को सशक्त बनाने के लिए काम करेगा।

फिनटेक को लेकर रुझान में वृद्धि और बेहतर वित्तीय समझ की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, यह फिनटेक उद्योग के व्यवसायियों, बाजार नियामकों, उद्यमियों, उद्यम पूंजीपतियों, तकनीक के विशेषज्ञों और शिक्षाविदों को एक प्लेटफॉर्म पर लाएगा, ताकि तेजी से उभरते वित्तीय कार्यक्षेत्र में नए ज्ञान, प्रथाओं और ढांचे को विकसित किया जा सके। एआई/एमएल और अन्य उपकरणों और उच्च स्तरीय कंप्यूटिंग क्षमताओं तक इस केंद्र की पहुंच होगी। नए विचारों को आगे बढ़ाने के लिहाज से इस तरह के कौशल की आवश्यकता होती है, क्योंकि यही वह कौशल है जिसमें देश के वित्तीय परिदृश्य को फिर से डिजाइन और फिर से परिभाषित करने की क्षमता है।

लॉन्च की घोषणा फिनटेक एडवाइजरी बोर्ड की उपस्थिति में की गई। यह बोर्ड रणनीतिक और निर्देशात्मक सलाह प्रदान करने की दिशा में काम करेगा और इसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोग शामिल किए गए हैं। सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं- रवींद्र पांडे, प्रबंध निदेशक, एसबीआई, प्रशांत त्रिपाठी, उप प्रबंध निदेशक और सीआईओ, मैक्सलाइफ, सचिन सेठ, पार्टनर और डिजिटल और फिनटेक लीडर, ईवाई, मोनप्पा नालयंदा, हेड मार्केटिंग अमेज़ॅन पे, श्रीराम नटराजन, अध्यक्ष, क्विंटे और निधि अग्रवाल, संकाय सदस्य, आईआईएमयू। इनके अलावा, संस्थान ने वासुदेवन पी, मुख्य महाप्रबंधक, आरबीआई, अल्पेश शाह, सीनियर पार्टनर और प्रबंध निदेशक, बीसीजी, उदय दामोदरन, संकाय सदस्य, आईआईएमयू को विशेष उपस्थित के रूप में आमंत्रित किया।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में डॉ वाई शेखर, प्रभारी, फिनटेक और सेंटर फॉर डिजिटल एंटरप्राइज, आईआईएम उदयपुर ने कहा, ‘‘फिनटेक की तरफ बहुत तेजी से रुझान बढ़ रहा है और यह सेगमेंट एकदम नई गतिविधियों से भरपूर है, जिसमें इसी दशक में बीएफएसआई क्षेत्र को बदलने की बेहतरीन क्षमताएं हैं। इसलिए यह केंद्र इस क्षेत्र के चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, उपभोक्ताओं और उद्यमियों को एक साथ लाकर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह फिनटेक ऐसे अकादमिक मूल्यों पर जोर दे सकता है, जिनका उपयोग अभ्यास, नीति और शिक्षा में किया जा सकता है।’’

आईआईएम उदयपुर के निदेशक प्रो जनत शाह ने कहा, ‘‘आईआईएम उदयपुर के फिनटेक में ऐसी क्षमताएं हैं कि यह न केवल इस देश या क्षेत्र में बल्कि वैश्विक संदर्भ में भी फिनटेक के भविष्य को आकार दे सकता है। हमारा मानना है कि भारत जैसे बड़े और व्यापक देश में नए प्रयोग करने और नए अवसरों के लिहाज से बहुत अच्छा माहौल है और टैक्नोलॉजी और मैनेजमेंट के सही संतुलन के साथ हम इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकते हैं।’’

आईआईएम उदयपुर के छात्रों ने इस अवसर पर पहली बार सलाहकार बोर्ड की बैठक में भाग लिया। पीजी प्रोग्राम की प्राची नाहटा (प्रथम वर्ष), शिवम शर्मा (द्वितीय वर्ष) और डिजिटल एंटरप्राइज मैनेजमेंट प्रोग्राम के गोविंदा आडवाणी बैठक में शामिल हुए। इनके अलावा, प्रो. जनत शाह, निदेशक, आईआईएम उदयपुर, सूरजीत कार्तिकेयन, डीन फैकल्टी एंड रिसर्च, आईआईएमयू, और डॉ. वाई शेखर, सेंटर इन-चार्ज, फिनटेक ने अपनी मौजूदगी से इस कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।

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