मालदा। कटमनी नहीं मिलने से नाराज बदमाशों ने नवनिर्मित सरकारी पेयजल के नलघर को तोड़ डाला। घटना को लेकर राजनीतिक हलकों में दोषारोपण शुरू हो गया है। जानकारी मिली है कि सरकार के नवनिर्मित पेयजल के नलघर को बदमाशों ने कटमनी नहीं दिये जाने के कारण दिनदहाड़े तोड़ डाला। घटना को लेकर इलाके में सनसनी फैल गई। ठेकेदारों ने प्रखंड प्रशासन से संपर्क किया है। ठेकेदारों द्वारा थाने में लिखित शिकायत भी की गयी है। पंचायत चुनाव के मद्देनजर इस घटना से राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है।
मालदा के चांचल-1 ब्लॉक के मोकदमपुर ग्राम पंचायत के अश्विनपुर गांव में वाटरशेड तोड़-फोड़ की घटना हुई। तोड़फोड़ की तस्वीरें पहले ही जारी की जा चुकी हैं। जिसमें देखा जा रहा है कि कुछ लोग एक दल के साथ हथौड़ा व अन्य हथियार से नवनिर्मित पेयजल के नलघर को तोड़ रहे हैं। हालांकि, हमने वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है। ब्लॉक प्रशासन सूत्रों के अनुसार अश्विनपुर गांव के जल संकट के समाधान के लिए पेयजल परियोजना जलाशय का निर्माण शुरू किया गया। 15वें वित्त आयोग की निधि से करीब डेढ़ लाख रुपये के आवंटन से काम लगभग पूरा होने वाला था।
इससे पहले क्षेत्र के कुछ लोगों ने इसे तोड़ दिया। ठेकेदारों का आरोप है कि इलाके के महबूल, मसूद, सादेक, साहिब और नजरूल ने जलाशय में तोड़फोड़ की है। आरोप है कि तोड़फोड़ रोकने पर संबंधित ठेकेदार को जान से मारने की धमकी दी गई। इस बीच, शिकायतकर्ता ठेकेदार जहांगीर अली ने दावा किया कि जलाशय के निर्माण के दौरान आरोपियों ने पांच हजार रुपये कटमनी देने के लिए दबाव बनाया।
मामले को लेकर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवायी है। पुलिस के मुताबिक शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि अश्विनपुर निवासी अख्तर आलम ने बताया कि क्षेत्र के सरकारी सबमर्शिबल जबरदस्ती मुस्तफा अली के घर में लगवाया जा रहा था। जिसे लेकर ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर उसे तोड़ दिया।