Afganistan Crisis: काबुल में काम कर रहे बेटे से फोन पर संपर्क नहीं होने से भट्टाचार्य परिवार परेशान

Kolkata : उत्तर चौबीस परगना जिले के निमता, ओलाई चंडीतल्ला निवासी श्यामल भट्टाचार्य के काबुल में शिक्षक बेटे तमाल भट्टाचार्य से अब फोन द्वारा कोई संपर्क नहीं हो पाने से परिवार काफी दुश्चिंता में घिरा हुआ है। तालिबान ने रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया था। तब से बंगाल के अलग-अलग हिस्सों से काबुल में फंसे राज्य के लोगों को लेकर खबरें आ रही हैं। कार्शियांग और जलपाईगुड़ी के बाद अब उत्तर 24 परगना के निमता से खबर है कि शिक्षक तमाल भट्टाचार्य काबुल में फंस गए हैं। उससे मोबाइल पर कोई बात नहीं हो पा रही है।

उल्लेखनीय है कि निमता ओलाई चंडीतल्ला निवासी श्यामल भट्टाचार्य के बेटे पेशे से शिक्षक है। तमाल इसी साल मार्च में पेशेवर कारणों से काबुल गए थे। सब कुछ ठीक ही चल रहा था। लेकिन धीरे-धीरे तालिबान का एक-एक करके अफगानिस्तान में सभी प्रांतों पर कब्जा करने की खबर ने वहां रह रहे लोगों के परिवारों में अब आशंका होने लगी है।

रविवार को इन आशंकाओं को और भी बल मिला जब उस दिन तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया था। उसके बाद श्यामलबाबू ने आखिरी बार अपने बेटे तमाल से सोमवार को बात की थी। उसके बाद से उसके साथ कोई और बातचीत नहीं हो पाई है। इससे पूरा परिवार परेशान है।

भट्टाचार्य परिवार का खानापीना भी लगभग बंद हो गया है। क्योंकि उनका बेटा काबुल में फंसा हुआ है। बेटे के फोन के इंतजार में परिजन समय गिन रहे हैं। तमाल की मां ने बताया कि तमाल कज़ान इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ता है। वह पहले आयरलैंड में था। वहीं से Mtech करके आया है। पिता श्यामलबाबू ने कहा कि उन्होंने भारतीय दूतावास से बात की है। दूतावास ने अभी यह नहीं बताया है कि तमाल कब लौटेगा।

दूसरी ओर राज्य सचिवालय नवान्न ने जिलाधिकारीयों को यह पता लगाने का निर्देश दिया कि क्या राज्य के कोई नागरिक अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं? यह निर्देश मंगलवार को जिलाधिकारी को दिया गया है। यदि कोई व्यक्ति काम के सिलसिले में बंगाल से अफगानिस्तान गया है और वहां से लौट नही पाया है तो उसका पता, फोन नंबर समेत सभी विवरण एकत्र करने और नवान्न को सूचित करने का निर्देश दिया गया है।

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