कोलकाता। शहीद मीनार मैदान में जहां पहले से महंगाई भत्ता (डीए) की मांग पर सरकारी कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है वहां अभिषेक बनर्जी की जनसभा को भी अनुमति दिए जाने को लेकर जो आशंका थी वह सच साबित हुई है। अभिषेक की सभा में आए तृणमूल कार्यकर्ताओं ने यहां धरने पर बैठे सरकारी कर्मचारियों को मारा-पीटा है। इसे लेकर कर्मचारी संगठनों ने कलकत्ता हाईकोर्ट का ध्यान आकर्षण करने का निर्णय लिया है।
दरअसल एक दिन पहले ही न्यायमूर्ति राज शेखर मंथा की एकल पीठ ने अभिषेक की जनसभा को अनुमति देते हुए इस बात की आशंका जाहिर की थी की सभा में आने वाले तृणमूल कार्यकर्ता किसी तरह की हंगामा नहीं करें। उन्होंने साफ कहा था कि जहां पहले से कार्यक्रम चल रहा है वहां दूसरी सभा को पुलिस ने कैसे अनुमति दे दी? भविष्य में सतर्क रहना होगा। यह सुनिश्चित करना होगा कि अभिषेक की सभा में आने वाले लोग किसी तरह की हिंसा ना करें। अगर ऐसा हुआ तो परिणाम भुगतने होंगे।
इधर सरकारी कर्मचारियों के संयुक्त संगठन के नेता राजीव दत्त ने बताया कि हुगली के एक हाई स्कूल में भूगोल के शिक्षक अपने दीदी के साथ धरना मंच पर बैठे हुए थे। तभी अभिषेक की सभा में आए तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन्हें मिलकर बिना किसी कारण मारा पीटा। 15 से 20 लोगों ने मिलकर उन्हें इतना मारा पीटा है कि गंभीर हालत में अस्पताल ले जाना पड़ा है। हम लोग इसे लेकर हाई कोर्ट का ध्यानाकर्षण करेंगे।