वन विभाग ने ग्रामीणों को किया सतर्क
शालबनी में 30 हाथियों ने धान के खेत में मचाया उत्पात
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । पश्चिम मेदिनीपुर जिले के विभिन्न हिस्सों में घूम रहे हाथियों के दल से ग्रामीणों को लाख कोशिशों के बावजूद छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। इसी क्रम में शनिवार की सुबह करीब 35 हाथियों का एक दल भोजन की तलाश में भटकते हुए खड़गपुर ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत कलाईकुंडा इलाके में पहुंच गया। खड़गपुर वन विभाग के कलाईकुंडा रेंज में घुसे हाथियों का दल दो अलग-अलग भाग में बंट गया है। वन विभाग के कलाईकुंडा रेंज अंतर्गत कलाईकुंडा बीट इलाके में 26 हाथियों का एक दल घूम रहा है तो 9 हाथियों का दूसरा दल शंकरपुर बीट इलाके में भोजन की तलाश कर रहा है।
कलाईकुंडा के हडि़यातारा इलाके में हाथियों का उत्पात सबसे ज्यादा देखा गया। हाथियों के दल ने धान व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीणों के साथ हुल्ला पार्टी के सदस्य हाथियों के दल को रिहायशी व खेती के इलाके से दूर भगाने का प्रयास कर रहे हैं। इधर खड़गपुर डीएफओ ने ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की सलाह देते हुए इलाके में सतर्कता जारी की है।
शालबनी में 30 हाथियों ने धान के खेत में मचाया उत्पात : दूसरी ओर जनपद के शालबनी प्रखंड अंतर्गत पीड़ाकाटा रेंज के भांगाबांध इलाके में भी शनिवार की सुबह पहुंचे करीब 35 हाथियों के दल ने धान की फसल को जबर्दस्त नुकसान पहुंचाया है। मेदिनीपुर डीएफओ के अंतर्गत पीड़ाकाटा इलाके में हाथियों को खदेड़ने के लिए पहुंची वन विभाग की टीम को आंशिक सफलता मिल सकी। किसान ने व्यापक क्षति की आशंका व्यक्त की है। ग्रामीणों का कहना था कि हर दूसरे-चौथे दिन इलाके में हाथियों का दल रिहायशी व खेती इलाके में प्रवेश कर जाता है। नुकसान की भी सही ढंग से भरपाई नहीं हो पाती है। हर दिन हम लोगों की जान पर आफत बनी रहती है।
एमएमसीएच में हुआ पोस्टमार्टम : मेदिनीपुर के ग्वालतोड़ थाना अंतर्गत दूधपाथरी गांव में शुक्रवार को हाथी के हमले में मारे 35 वर्षीय युवक माधव मल्ला का शनिवार को मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। दूसरी ओर ग्वालतोड़ के सियारबनी गांव में शनिवार की सुबह घुसे एक हाथी को ग्रामीणों ने खदेड़ कर रिहायशी इलाके से दूर भगाया।