उत्तर बंगाल की खबरों पर एक नजर…

सिलीगुड़ी में विभिन्न परिसेवाओं के लिए 4 नए वाहनों का उद्घाटन

सिलीगुड़ी। मेयर गौतम देव ने 1,13,77,660 रुपये के लक्ष्य के साथ 4 नये वाहनों का उद्घाटन किया। मेयर गौतम देव द्वारा 8000 लीटर सक्सन कम जेटिंग मशीन वाहन, एक मोबाइल सर्विस वैन और डॉग कैचर वैन का उद्घाटन किया गया। मालूम हो कि सक्सन कम जेटिंग मशीन नाली में जमा मैले कचरे को बाहर निकालेगी और साथ ही अगर नाली बंद है तो जेटिंग मशीन की मदद से रुकावट को खोला जाएगा। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर मोबाइल सर्विस वैन मरम्मत का काम करेगी। आवारा कुत्तों के लिए भी एक वैन काम करेगी। इस दिन मेयर, डिप्टी मेयर रंजन सरकार, मेयर परिषद व नगर पदाधिकारियों ने 4 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर उद्घाटन किया।

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू

सिलीगुड़ी। लंबा इंतजार खत्म हुआ, आखिरकार सिलीगुड़ी में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने जा रहा है। सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव ने शुक्रवार को इस काम का शिलान्यास किया। संयोग से महानंदा के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास माकपा काल में पूर्व नगर मंत्री अशोक भट्टाचार्य के हाथों कार्य योजना की शुरुआत हुई थी। मूल रूप से, इस परियोजना का विचार पिछली वामपंथी सरकार द्वारा केंद्र की मदद से महानंदा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए लिया गया था। हालांकि, 2011 में राज्य में नई सरकार आने के बाद, इस सीवेज ट्रीटमेंट का काम सिलीगुड़ी नौका घाट के पास महानंदा नदी के किनारे बनने वाले संयंत्र को बंद कर दिया गया था।

वर्तमान राज्य और केंद्र की संयुक्त पहल के रूप में महानंदा सीवेज़ ट्रीटमेंट प्लांट फिर से शुरू होने जा रहा है। शुक्रवार को इस काम के लिए सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव ने नींव रखी। मेयर ने कहा, यह योजना महानंदा नदी को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए शहर के गंदे पानी को शुद्ध करने और महानंदा नदी में फेंकने की परियोजना है। राज्य के 67 प्रतिशत और केंद्र के 33 प्रतिशत के सहयोग से, प्रोजेक्ट 2 और 3 का काम शुरू हो गया है। इस काम का पहला चरण 68 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरी परियोजना लागत कुल 274 करोड़ रुपये है।

कुलपति की नियुक्ति की मांग को लेकर धरना

सिलीगुड़ी। अखिल बंगाल तृणमूल शिक्षाबंधु समिति की उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय शाखा के सदस्यों ने कुलपति की नियुक्ति की मांग को लेकर धरना दिया। इस दिन संगठन के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में धरना दिया। आरोप है कि एक सप्ताह से विवि में गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। विश्व विद्यालय में कुलपति व वित्त अधिकारी नहीं है। साथ ही आवासीय छात्रों को चावल नहीं मिल रहा है। कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है। विवि के अत्यावश्यक कार्य में दिक्कत आ रही है उन्होंने शीघ्र कुलपति की नियुक्ति की मांग की। संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि राज्य नेतृत्व को पहले ही सूचित कर दिया गया है और आने वाले दिनों में राजभवन में सूचित किया जाएगा।

अंतत: उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के छात्रावास की मेस सेवा सामान्य हुई

सिलीगुड़ी। अंत में उलझन का समाधान हुआ व उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के छात्रावास की मेस सेवा सामान्य हुई। दो दिनों के लगातार छात्र आंदोलन के बाद, उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के छात्रावास की मेस सेवा सामान्य हुई। ज्ञात हो कि गुरुवार को छात्रावास निगरानी समिति की बैठक के बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन की निगरानी समिति ने मेस सेवा को पहले की तरह शुरू करने का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद शुक्रवार को धरना फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया।

विश्वविद्यालय के छात्रों ने सामान्य रूप से अपनी पढ़ाई शुरू कर दी है। हालांकि छात्रों का कहना है कि जब तक कुलपति की नियुक्ति नहीं होती है और छात्रावास की सुरक्षा नहीं बढ़ाई जाती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। रामकृष्ण निवास के छात्रावास अधीक्षक मनोरंजन चौधरी ने बताया कि निगरानी समिति के अनुसार छात्रावास की समस्या को सामान्य कर दिया गया है और यह आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा।

आलू को कोल्ड स्टोरेज में रखने की प्रक्रिया शुरू

जलपाईगुड़ी। पुलिस के सख्त प्रबंधन के तहत शुक्रवार से जलपाईगुड़ी सदर प्रखंड के विभिन्न कोल्ड स्टोरेज में आलू के भंडारण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। बॉंड पहले ही मिल चुका है अब कोल्ड स्टोरेज में आलू सुरक्षित रख पाने से किसान खुश हैं। कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने के लिए बांड पाने को लेकर जलपाईगुड़ी के विभिन्न कोल्ड स्टोरेज में मारपीट की तस्वीर हम देख चुके हैं। जबकि शुक्रवार को अलग ही तस्वीर दिखी। जलपाईगुड़ी सदर प्रखंड के अलग-अलग कोल्ड स्टोरेज में किसान आलू रखने पहुंचे हैं।

पुलिस प्रशासन ने सुबह से ही आलू को कोल्ड स्टोरेज में रखने की व्यवस्था की है, हालांकि दोपहर तक किसी भी कोल्ड स्टोरेज में कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। आलू स्टोर करने आए एक ट्रैक्टर चालक ने बताया कि बहुत शांति थी, पिछली बार बहुत परेशानी हुई थी। लेकिन इस बार पूरी तरह से शांति थी। एक और आलू किसान ने कहा कि अब वह कोल्ड स्टोरेज में बिना किसी झंझट के आलू रख सकता है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रत्येक कोल्ड स्टोर में 10 से 20 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।

पोखर की सफाई के दौरान मिली मां काली की प्राचीन प्रतिमा

मालदा। गाजोल प्रखंड के मझरा क्षेत्र के बागदिघी गांव की सबसे पुरानी पत्थर की काली मूर्ति मिलने से सनसनी फैल गई है। पत्थर की मूर्ति बरामद होने की खबर मिलते ही गजोल थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से प्रतिमा को बरामद कर गजोल थाने लाया गया। पुलिस और स्थानीय लोगों का अनुमान है कि मूर्ति सख्त पत्थर की बनी हो सकती है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार इस दिन गाजोल के माझरा अंचल के निवासी गोलाप राय की तालाब में जेसीबी से जीर्णोद्धार के दौरान जमीन के नीचे से एक पत्थर की मूर्ति बरामद हुई। यह प्रतिमा सदियों पुरानी मानी जा रही है। इस मूर्ति के बरामद होने की खबर के बाद काफी संख्या में लोग मूर्ति को देखने के लिए उमड़ पड़े। बरामद पत्थर की मूर्ति मां काली की प्रतीत होती है। वर्तमान में मां काली की पाषाण प्रतिमा गजोल थाने के कब्जे में है।

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