लंदन : दुनियाभर में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच इस जानलेवा वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ब्रिटेन में लॉकडाउन 3 हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। फॉरन सेक्रटरी डॉमिनिक राब ने लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि अभी तक लगाए गए प्रतिबंधों का असर होने लगा है लेकिन फिर भी अभी ढील नहीं दी जा सकती है।
राब ने साफ किया है कि कम्यूनिटी ट्रांसमिशन खतरे के स्तर तक नहीं पहुंचा है लेकिन अस्पतालों और केयर होम्स में संक्रमण फैला है। ब्रिटेन में अब तक 103,093 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जबकि लोगों 13,729 की मौत कोरोना से हो चुकी है।
लॉकडाउन के चलते इकॉनमी को होने वाले खतरे की वजह से सरकार पर दबाव भी है। हालांकि, डाउनिंग स्ट्रीट पर प्रेस से बात करते हुए राब ने साफ किया कि इस वक्त लॉकडाउन के बीच इतनी ही ढील दी जा सकती है जितनी महामारी की इस स्टेज पर खतरे का कारण न बने। राब पीएम बोरिस जॉनसन की जगह पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। जॉनसन कोरोना का इलाज कराने के बाद आराम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन खुलने के लिए जरूरी होगा कि नेशनल हेल्थ सर्विस पर दबाव न हो, मृत्यु दर में कमी आए, इन्फेक्शन मैनेज करने के स्तर पर आ जाए, बड़े स्तर पर टेस्टिंग हो सके और पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) उपलब्ध हो और सेकंड वेव का खतरा कम हो।
राब ने जानकारी दी कि फिलहाल संक्रमण दर उम्मीद के मुताबिक नीचे नहीं गया है। ‘दूसरे देशों में यह देखा गया है कि अस्पतालों और केयर होम्स में में वायरस फैल गया। हमें बहुत साफ सलाह मिली है कि सोशल डिस्टेंसिंग में ढील देने से वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।
इससे वायरस की दूसरे वेव आ सकती है और नतीजतन ज्यादा जानें जा सकती हैं। ऐसा होने पर अभी तक जितनी सफलता मिली है वह बेकार हो जाएगी और ज्यादा वक्त के लिए सोशल डिस्टेंसिंग करनी पड़ेगी।