कोलकाता। जयनगर घटना पर दिलीप घोष ने ममता सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि ऐसी हत्याएं और बर्बरता आज से नहीं हो रही है। ऐसा काफी समय से होता आ रहा है। बगटूई सहित बीरभूम में अनेक कई स्थानों पर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। मूलतः मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। लड़ाई उन्हीं के बीच है। इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है।
इनका इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर किया जा रहा है। बदमाशों को नेता बनाकर प्रोत्साहित किया जा रहा है। वे जो चाहें कर रहे हैं जो लोग सत्ताधारी पार्टी में हैं उन्हें संरक्षण मिल रहा है और गांव जलाया जा रहा है। सरकार कहां है? मुख्यमंत्री कहां हैं?
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस जिला संगठन में अणुव्रत मंडल पर भरोसा कर रही है। अणुव्रत मंडल की सीट तृणमूल कांग्रेस ने खाली छोड़ दी है। बीरभूम के जिलाध्यक्ष का प्रभार किसी और को नहीं दिया गया है। इस बारे में दिलीप का बयान है कि वह एक व्यक्ति तृणमूल का सफल जिलाध्यक्ष है।
तृणमूल के पास पार्थ, बालू का विकल्प है। तो क्या अणुव्रत विकल्प नहीं है ? अणुव्रत ने कोयला, रेत, पत्थर, गायें, नौकरियां, हर जगह लूट की। पार्टी को सुविधा प्रदान किया। इसलिए उसे झटकने में समय लगेगा। बाकियों ने दीदी के नाम पर खाया। अणुव्रत मण्डल बहुत महत्वपूर्ण है। उसी ने ही दीदी को ऊंचाई पर पहुंचाया है।