कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राज्य में करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक की पत्नी और बेटी को भी तलब करने की तैयारी कर रहा है। ईडी के एक अधिकारी ने बताया है कि मामले की जांच शुरू होने के बाद मंत्री की पत्नी मणिदीपा और उनकी बेटी प्रियदर्शिनी के बैंक खाते केंद्रीय एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। ईडी के अधिकारी इस बात को लेकर हैरान हैं कि 2016 और 2017 के बीच मणिदीपा मलिक की संपत्ति 45 हजार रुपये से बढ़कर छह करोड़ रुपये से अधिक कैसे हो गई।
जांच अधिकारियों द्वारा लगातार अंतराल पर इन खातों में बड़े लेनदेन का पता चलने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन तीनों के बैंक खातों को भी फ्रीज कर दिया है। इस मामले में राज्य के निवर्तमान वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को उनके साल्ट लेक आवास पर लगभग 20 घंटे की मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान के बाद 21 अक्टूबर को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।
सोमवार को शहर की एक अदालत ने उसकी हिरासत सात दिन के लिए बढ़ा दी थी। इस बीच, ईडी ने करोड़ों रुपये के स्कूल भर्ती घोटाले में तृणमूल कांग्रेस विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीपीई) के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य की संलिप्तता के मामले में भी समानता देखी है।
उस मामले में, अधिकारियों ने कथित घोटाले की आय को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से भट्टाचार्य की पत्नी सतरूपा और बेटे सौविक के बैंक खातों के उपयोग पर नज़र रखी। सतरूपा भट्टाचार्य वर्तमान में जमानत पर रिहा हैं, पिता और पुत्र दोनों वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। अब इसी तरह के हालात राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में भी बन रहे हैं।