कोलकाता: नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नोटिस के बीच दिल्ली में केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल में 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना मनरेगा का फंड रोके जाने के खिलाफ दो अक्टूबर से दिल्ली में शुरू होने वाले धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए हजारों मनरेगा मजदूर कोलकाता पहुंच गए हैं।
सत्तारूढ़ तृणमूल के अनुसार, लगभग चार हजार मनरेगा कार्यकर्ता 30 सितंबर को पार्टी द्वारा बुक की गई एक विशेष ट्रेन से नयी दिल्ली के लिए रवाना होंगे। पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘‘मनरेगा लाभार्थी विभिन्न जिलों से सड़क और ट्रेन के माध्यम से आए हैं। पार्टी ने कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में उनके रहने की व्यवस्था की है। सबसे अधिक संख्या में गुरुवार को मनरेगा मजदूर पहुंचे हैं।
उनमें से लगभग चार हजैर लोग 30 सितंबर को पार्टी द्वारा बुक की गई एक विशेष ट्रेन से नयी दिल्ली जाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने दिल्ली में भी उनके रहने की व्यवस्था की है।’’ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी, तृणमूल सांसद, विधायक और विभिन्न जिलों के नेता दो अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी के राजघाट पर दो अक्टूबर को महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी को नयी दिल्ली में कार्यक्रम में शामिल होना था, शायद वह नहीं जा सकेंगी क्योंकि हाल ही में स्पेन और दुबई की यात्रा के दौरान उनके बाएं घुटने में चोट लगने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें दस दिनों के आराम की सलाह दी थी।
तृणमूल का एक प्रतिनिधिमंडल तीन अक्टूबर को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह से मिलेगा और उनके सामने मनरेगा के तहत ‘बकाया राशि जारी न करने’ का मुद्दा रखेगा। हालांकि उसके पहले अभिषेक बनर्जी को नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में ईडी ने नोटिस भी है और तीन अक्टूबर को ही पेश होने को कहा है। भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस मजदूरों को गुमराह कर राजनीतिक लाभ लेना चाहती है।