नई दिल्ली। विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को दोपहर 12 बजे से चर्चा शुरू होनी है। विपक्ष की तरफ से राहुल गांधी पहले वक्ता हो सकते हैं तो वहीं भाजपा की तरफ से चर्चा की शुरुआत निशिकांत दुबे कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त की शाम चर्चा का जवाब देंगे और अगर उसके बाद विपक्ष वोटिंग की मांग करता है तो प्रस्ताव पर वोटिंग करवाई जाएगी। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए कुल 12 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। सांसदों की संख्या के आधार पर सभी राजनीतिक दलों को सदन में बोलने का समय अलॉट कर दिया गया है।
हालांकि जरूरत पड़ने पर स्पीकर या पीठासीन सभापति इस समय को बढ़ा सकते हैं। लोक सभा में भाजपा के पास सबसे ज्यादा 301 सांसद हैं, इसलिए भाजपा को भाषण देने के लिए सबसे ज्यादा यानी 6 घंटे 41 मिनट का समय दिया गया है, वहीं 51 सांसदों वाली कांग्रेस को 1 घंटा 9 मिनट का समय दिया गया है।
डीएमके के पास 24 सांसद हैं, इसलिए उन्हें 30 मिनट का समय दिया गया है। अन्य राजनीतिक दलों की बात करें तो 23 सांसदों वाले टीएमसी को 29 मिनट, 22 सांसदों वाली वाईएसआर कांग्रेस को 29 मिनट, शिवसेना को 23 मिनट, जेडीयू को 21 मिनट, बीजेडी को 16 मिनट, बसपा को 12 मिनट, एलजेएसपी को 8 मिनट का समय अलॉट किया गया है।
एआईएडीएमके, अपना दल, आजसू,एमएनएफ, एसकेएम, एनडीपीपी,एनपीपी, एपीएफ और निर्दलीयों को मिलाकर 17 मिनट का समय अलॉट किया गया है। इसके अलावा एनसीपी, सपा, सीपीएम, सीपीआई, आईयूएमएल, नेशनल कांफ्रेंस, जेडीएस, जेएमएम, अकाली दल और आप सहित अन्य सभी बचे हुए दलों को कुल मिलाकर 52 मिनट का समय अलॉट किया गया है।