— जेएनवी पूर्व मेदिनीपुर के बच्चों ने भी की शिरकत
खड़गपुर। पूर्व मेदिनीपुर जिले की औद्योगिक नगरी हल्दिया स्थित केंद्रीय विद्यालय आईओसी हल्दिया में गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के तीन साल पूरे होने का जश्न धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर केवी आईओसी हल्दिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई क्योंकि इस अवसर का जश्न मनाने के लिए केवी आईओसी हल्दिया को नोडल केंद्र के रूप में नामित किया गया था। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. एच.पी. सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए एनईपी-2020 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार और केंद्रीय विद्यालय संगठन की विभिन्न पहलों की जानकारी दी।
उन्होंने एनईपी के दृष्टिकोण, इसकी पृष्ठभूमि और कार्यान्वयन, बालवाटिका, निपुण, विद्या प्रवेश, एनसीएफ एफएस 2022, विद्यांजलि पोर्टल, पीएम ई-विद्या और शिक्षकों के प्रशिक्षण और शिक्षण पद्धतियों में बदलाव पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 जुलाई 2023 को आईटीपीओ, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में दूसरे अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ मनाने के लिए किया जा रहा हैं।
दो दिवसीय कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री विभिन्न पहलों की शुरुआत करेंगे। इसका सीधा प्रसारण बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों और अन्य हितधारकों को दिखाया जाएगा। डॉ. सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि एनईपी-2020 एक अद्भुत पहल है जो 21वीं सदी के भारत की जरूरतों के अनुसार संपूर्ण शिक्षा प्रणाली को आकार दे रही है।
इस अवसर पर पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। समारोह में महिषादल के कपसेरिया स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य मुदित सक्सेना, विद्यार्थीगण व सभी शिक्षक इन कार्यक्रमों में उपस्थित रहे। पौधारोपण समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि हरी-भरी वसुंधरा समस्त प्राणि जगत के लिए वरदान है, जबकि वृक्षों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। खासकर औद्योगिक इलाकों में पौधारोपण की पहल आवश्यक हो जाती है। इस तरह के आयोजनों से बच्चों को भी पेड़-पौधों की देखभाल व प्रकृति के समीप जाने का अवसर मिलता है।