वाराणसी। पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री जी ने मनुष्य के जीवन में रत्नों के महत्व के बारे में बहुत कुछ बताया है। कहा की कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखते हुए ही ज्योतिषाचार्य रत्न पहनने की सलाह देते हैं। रत्नों के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में कई परिवर्तन आते हैं। रत्न ग्रहों का बाल बढ़ाने का काम करते हैं। रत्न धारण करने से पहले कुंडली का बारीकी से विश्लेषण बहुत जरूरी होता है। क्योंकि गलत रत्न पहनने से इसके नाकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं। आज हम ऐसे ही एक रत्न के बारे में बात करेंगे। मूंगा नाम का ये रत्न मंगल ग्रह से संबंधित है। कहा जाता है कि किसी की कुंडली में मंगल की स्थिति अच्छी है तो उसके साथ सब मंगल ही मंगल होगा। वहीं, मंगल कमजोर है तो व्यक्ति को अपने जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है। आइये जानते हैं मूंगा धारण करने के लाभ और सही तरीका।
मूंगा धारण करने से होने वाले लाभ :
1. मंगल को बल देने के लिए मूंगा धारण किया जाता है।
2. मूंगा पहनने से जातक का मंगल मजबूत होता है।
3. यह रत्न राजनीति, नेतृत्व, प्रशासन, सेना, पुलिस, मेडिकल क्षेत्र, तेल, गैस, प्रॉपर्टी, ईंट भट्टे का कार्य करने वाले धारण कर सकते हैं। इस क्षेत्र में उन्हें तरक्की भी मिलती है।
4. ज्योतिष शास्त्र अनुसार मूंगा रत्न का संबंध मंगल ग्रह से है, जो शक्ति, बल, साहस व ऊर्जा के स्वामी हैं।
5. मेडिकल क्षेत्र से जुड़े छात्रों को मूंगा पहनने से काफी लाभ होता है।
ये लोग कर सकते हैं मूंगा धारण :
* मूंगा धारण करने को लेकर पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री जी ने बताया है कि जिस व्यक्ति की राशि मेष, वृश्चिक हो या लग्न में सिंह, धनु, मीन राशि हो वह लोग मूंगा पहन सकते हैं।
* यदि कुंडली में मांगलिक दोष हो तो ऐसे व्यक्ति को मूंगा धारण करने से लाभ मिलता है।
* मूंगा मांगलिक दोष के प्रभाव को कम करता है। बस इसमें शर्त यह है कि मंगल ग्रह कुंडली में नीच का नहीं होना चाहिए। वहीं लोगों की कुंडली में मंगल उच्च के यानी सकारात्मक स्थित हों वो लोग भी मूंगा धारण कर सकते हैं।
* मूंगा के साथ नीलम रत्न नहीं पहनना चाहिए। अन्यथा नुकसान उठना पड़ सकता है। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे।
ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848