सिलीगुड़ी। तृणमूल और उसके सहयोगी दल पहाड़ों में सांसदों और यूनाइटेड गोरखा अलायंस के उम्मीदवारों को खुलेआम धमकी दे रहे हैं। यूनाइटेड गोरखा अलायंस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें इस तरह के आरोप लगाते हुए एक ज्ञापन सौंपा। पहाड़ के कई क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने पहाड़ियों में पंचायत चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया है। आठ पार्टियों के इस गठबंधन को यूनाइटेड गोरखा अलायंस नाम दिया गया है।
आरोप है कि, तृणमूल और उसकी सहयोगी पार्टियां इस गठबंधन के उम्मीदवारों को धमकी दे रही हैं। दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ट के नेतृत्व में यूनाइटेड गोरखा अलायंस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात कर इसी तरह के आरोप लगाए। वे गुरुवार सुबह सिलीगुड़ी के स्टेट गेस्ट हाउस में राज्यपाल से मिले और सभी मुद्दों पर राज्यपाल से शिकायत की।
इसके अलावा पंचायत चुनाव में हर बूथ पर और चुनाव के बाद की अवधि में हिंसा की आशंका को देखते हुए 6 सप्ताह तक केंद्रीय बल तैनात रखने का अनुरोध किया गया। इस दिन प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरान दार्जिलिंग के विधायक नीरज तमांग जिम्बा और अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।