अलीपुरद्वार। पंचायत चुनावों की घोषणा के बाद जहां एक ओर तृणमूल कांग्रेस ने जोरदार चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है वहीं अलीपुरद्वार जिले के कुमारग्राम में तृणमूल को बड़ा झटका लगा है। 2018 में कुमारग्राम पंचायत समिति की निर्वाचित भाजपा सदस्य अमिता बसुमता विभिन्न दबावों के आगे झुक कर तृणमूल में शामिल हो गयी थी।
रविवार को वह फिर भाजपा में शामिल हो गयी। 2018 में कुमारग्राम पंचायत समिति के चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला था, लेकिन उनके तीन सदस्यों को भाजपा में बरकरार नहीं रखा जा सका। तृणमूल ने उन तीनों लोगों को लेकर बोर्ड का गठन किया उनमें से एक हैं अमिता वसुमाता।
रविवार को भाजपा में शामिल होने के दौरान उन्होंने कहा कि उस समय वह पुलिस की बर्बरता के कारण तृणमूल में शामिल हुई थी, लेकिन अब पार्टी उनके संपर्क में नहीं है। इसलिए वे भाजपा में लौट आईं। उनके साथ उनके कई कार्यकर्ता भी आने वाले दिनों में भाजपा में शामिल होंगे।
अब सामने आया प्रत्याशी को लेकर भाजपा का अंदरूनी टकराव
मालदा।ओल्ड मालदा साहापुर ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान और भाजपा नेता वकील मंडल के नेतृत्व में 12 भाजपा ग्राम पंचायत सदस्यों और निष्कासित भाजपा नेता निताई मंडल ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन के लिए डीसीआर काटा। बाकी भाजपा नेताओं ने पत्रकारों के सामने जिला नेतृत्व के प्रति रोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि गुस्से से भाजपा के 12 नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े होने का फैसला किया।
हालांकि, न केवल ग्राम पंचायत, बल्कि पंचायत समिति और जिला परिषद द्वारा उम्मीदवार देने के फैसले से भी नाराज हैं। भाजपा के निष्कासित नेता निताई मंडल ने वादा किया है कि अगले पंचायत चुनाव में भी साहापुर ग्राम पंचायत स्वतंत्र प्रबंधन बोर्ड बनाएगी। भाजपा के उत्तर मालदा सांगठनिक जिले के उपाध्यक्ष तापस गुप्ता ने पार्टी के भीतर अनबन को स्वीकार किया है। तापस गुप्ता ने कहा, पार्टी के भीतर अनबन है। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि बातचीत से समस्या का समाधान हो जाएगा।
वहीं तृणमूल ने भाजपा के आंतरिक कलह का मजाक उड़ाया। ओल्ड मालदा ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस कमेटी के सदस्य सुशांत कुंडू ने कहा, “इस घटना से साबित होता है कि भाजपा के भीतर टकराव है। विपक्ष तृणमूल को बदनाम करने के लिए तृणमूल के टकराव की बात करता है। जनता चुनाव में इसका करारा जवाब देगी।”