कोलकाता। पूर्वी मिदनापुर में मंगलवार को एक स्थानीय भाजपा बूथ अध्यक्ष की इलाके में हत्या के बाद तनाव जारी रहा। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि मृत पार्टी बूथ अध्यक्ष बिजॉय कृष्ण भूनिया को सोमवार शाम तृणमूल कांग्रेस के पूर्व विधायक संग्राम डोलुई के करीबी गुंडों ने उठा लिया। जिसके बाद उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। हालांकि, पूर्व विधायक ने आरोपों को खारिज कर दिया है और दावा किया है कि हत्या दो समूहों के बीच लड़ाई का परिणाम थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को स्थानीय भाजपा समर्थकों ने सड़कों को अवरुद्ध कर और टायर जलाकर विरोध किया। जिस वजह से क्षेत्र में और तनाव बढ़ गया है। जल्द ही विपक्ष के नेता मौके पर पहुंच गए। विपक्ष के नेता ने कहा, हाल के दिनों में, इस क्षेत्र के कई लोग जो पहले तृणमूल कांग्रेस के साथ थे, भाजपा में शामिल हो गए हैं। जिस कारण आगामी पंचायत चुनाव से पहले सत्ता पक्ष बेचैन है।
इसलिए सत्ता पक्ष समर्थित गुंडे इलाके में फिर से तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और बी. कृष्ण भुनिया इसका शिकार हो गए। उन्होंने आंदोलनरत पार्टी समर्थकों से कहा कि मैं आपसे इसे अंत तक देखने का वादा करता हूं। शुभेंदु अधिकारी ने बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी मांग केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की है।
चूंकि हत्या स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा कुछ स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर की गई थी, इसलिए हमें राज्य पुलिस द्वारा जांच में कोई विश्वास नहीं है। हमारी यह भी मांग है कि पोस्टमॉर्टम राज्य के किसी केंद्र सरकार के अस्पताल में किया जाए न कि किसी सरकारी अस्पताल में।
इस बीच, पीड़ित परिवार ने उसी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि स्थानीय पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए पीड़ित परिवार के सदस्यों द्वारा बताए गए बिंदुओं को शामिल करने से इनकार कर दिया। हत्या के विरोध में भाजपा ने बुधवार को मोयना में 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है।