नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि अडानी मुद्दे को लेकर वह चुप नहीं बैठेगी और इस घोटले की विपक्षी दलों के साथ संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की उसकी मांग जारी रहेगी। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस महा घोटाले की जांच की मांग को लेकर सभी विपक्षी दल एकजुट है और जब तक इस मामले में जेपीसी जांच नहीं बिठाई जाती है विपक्ष की यह मांग जारी रहेगी। इस विधेयक को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,“एक एजेंडा के तहत काम हो रहा है। सरकार का लक्ष्य सभी पर्यावरण और वन कानूनों को कमजोर करना है।”
उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि अडानी समूह दशकों से लेखा धोखाधड़ी और हेराफेरी करता रहा है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के कई दल मालमे की जेपीसी से जांच की मांग कर रहे हैं। प्रवक्ता ने विपक्षी दलों की इस मुद्दे पर एकता को लेकर कहा,“उन्नीस विपक्षी दल एकजुट हैं। विपक्षी दलों की मांग है कि अडानी मुद्दे पर सरकार जेपीसी का गठन करे।”
अडानी मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में जारी गतिरोध पर उन्होंने कहा,“सरकार और विपक्ष के बीच कोई संवाद नहीं है। सदन चलाने का सत्ता पक्ष की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया है। हम अपनी मांग जारी रखेंगे।” प्रवर समिति को भेजे गए वन संरक्षण संशोधन विधेयक का जिक्र करते हुए श्री रमेश ने कहा,“वन संरक्षण संशोधन विधेयक, 2023 को मेरी अध्यक्षता वाली स्थायी समिति को भेजा जाना चाहिए था लेकिन उसे प्रवर समिति को भेज दिया गया है।”