मालदा। मालदा में पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल का गुटिय विवाद जोर पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार दोपहर स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं और समर्थकों के एक समूह ने हरिश्चंद्रपुर 1 (बी) ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष माणिक दास और क्षेत्रीय अध्यक्ष अबुल हुसैन अशरफी के खिलाफ इलाके के बरोल बाजार में टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी शिकायत है कि प्रखंड अध्यक्ष माणिक दास ने बिना किसी की राय लिए मोटी रकम के बदले क्षेत्रीय समिति गठित कर दी। नवनिर्वाचित क्षेत्रीय अध्यक्ष भ्रष्ट हैं, उन्हें बूथ दर बूथ सभाओं में जाकर जनता का समर्थन नहीं मिल रहा है।
भ्रष्ट लोगों को लेकर बूथ कमेटी भी बना रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो पार्टी पंचायत चुनाव में अच्छे नतीजे हासिल नहीं कर पाएगी। इसलिए पार्टी को प्रदर्शनकारियों की मांग के आधार पर क्षेत्र में किसी साफ सुथरे छवी वाले व्यक्ति को जिम्मेदारी देनी चाहिए। हालांकि, क्षेत्रीय अध्यक्ष अबुल हुसैन अशरफी इस विरोध को महत्व देने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी पार्टी के सदस्य नहीं हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में इन सभी ने बीजेपी को वोट दिया था। वे क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलरोज की साजिश से विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी विस्फोटक आरोप लगाया कि क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलरोज नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के करीबी हैं। वे विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम गए और ममता बनर्जी के खिलाफ वोटिंग करवाया। अब वह पार्टी को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। जबकि दिलरोज का दावा है कि उनका इस विरोध से कोई लेना-देना नहीं है। उनके पास जनता का समर्थन है इसलिए उन पर इस तरह के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। तृणमूल 1(बी) के ब्लॉक अध्यक्ष माणिक दास ने इस घटना पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।