तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेचेदा स्थित नंदलाल बोस मेमोरियल स्कूल ऑफ आर्ट में तीन दिवसीय पेंटिंग और मूर्तिकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। काव्य, साहित्य, संगीत, चित्रकला, मूर्तिकला आदि की प्रस्तुति में मानव मन के हर्ष, वेदना, विभिन्न भावों की रचनात्मक अभिव्यक्ति होती है। समाज के झटकों, प्रतिरोधों और संघर्षों में यह रचना सदा सुन्दर बनती है। सृजन के उस प्रकाश की तलाश में नंदलाल बोस मेमोरियल स्कूल ऑफ आर्ट ख्यात मेचेदा के गुलुरिया गाँव के इस प्रयास में अनुभवी चित्रकार-मूर्तिकार असित साईं और सहयोगी कलाकार पियासी माईती और नंदलाल बसु मेमोरियल स्कूल ऑफ आर्ट के वर्तमान और पूर्व छात्रों तथा ट्रस्ट के सदस्य सोमा सौटया ने इस तीन दिवसीय आयोजन की शुरुआत की।
जहाँ प्रदर्शनियों, ड्राइंग प्रतियोगिताओं और कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। चित्रों और मूर्तियों की इस प्रदर्शनी के उद्घाटनकर्ता के रूप में आनंद बाजार समाचार पत्र समूह के जाने-माने पत्रकार मृणाल घोष उपस्थित थे। समाजसेवी गणेन रॉय ने समारोह की अध्यक्षता की। इसके अलावा प्रमुख सितार वादक शुभ्रज्योति घोष, तबला वादक कुमुद सांतरा, चित्रकार अब्दुल सलाम और गौतम दास सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद रहे।
अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि सितार की धुन पर, तबले की ताल पर, संगीत की धुन पर जल रंग, तैल रंग, लकड़ी का कोयला, छोटे-छोटे छात्रों और कलाकारों की एक्रेलिक कृतियां बिखरी हुई मूर्तियों को आनंदमय और अभिव्यंजक बनाती हैं। सृष्टि, रचयिता और गुणवान श्रोताओं के मिलन से वातावरण सृजनात्मक हो जाता है।