मालदा। पंचायत सदस्य कांग्रेस से तृणमूल में आए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को नहीं मिल रहा सम्मान! पंचायत सदस्य के विरोध में तृणमूल कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। पार्टी के लिए जिन लोगों को पुलिस केस का सामना करना पड़ा, आज वे पार्टी से वंचित हैं। तृणमूल के पुराने कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन्हें वह सम्मान नहीं मिल रहा है, जिसके वे हकदार हैं। रविवार को दोपहर करीब 1 बजे चांचल विधानसभा की कुशीदा ग्राम पंचायत के बहार गांव पंचायत सदस्य नजीमुल हक के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और विरोध जताया। तृणमूल कार्यकर्ताओं ने काफी रोष जताया और कहा कि पंचायत सदस्य नजमुल हक कांग्रेस से जीतकर तृणमूल में शामिल हो गए हैं।
जब से वह तृणमूल में शामिल हुए हैं तब से पुराने तृणमूल कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया है। पांच साल के लंबे समय के बाद भी वहां अभी तक किसी भी बूथ कार्यकर्ता से उनकी बात नहीं हुई है। उनकी पत्नी कांग्रेस की पंचायत सदस्य थीं। दस साल से इलाके में कोई विकास नहीं हुआ। इन दस सालों में नजमुल हक ने भ्रष्टाचार का पहाड़ खड़ा कर रखा है। 100 दिन के प्रोजेक्ट में बिना काम किए लाखों रुपए निकाल लिए गए हैं, प्रधानमंत्री आवास योजना सूची में मकान, जमीन और कार के मालिकों के नाम शामिल हैं, लेकिन वास्तविक लाभार्थियों के नाम सूची से बाहर कर दिए गए हैं।
पंचायत का चुनाव सामने है, किस उम्मीद में जनता से वोट मांगने जाये। जनता नए चेहरों को देखना चाहती हैं। इस संंबंध में पंचायत सदस्य नजमुल हक ने कहा, “वे निराधार शिकायत कर रहे हैं। जबकि वह ममता बनर्जी के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। वह सभी को एक साथ लेकर चल रहे हैं। जो लोग उनके खिलाफ शिकायत कर रहे हैं, वे भी कभी कांग्रेस में थे। वे सभी से चर्चा करके गलतफहमी को जल्दी से दूर कर देंगे।”