मुंबई। एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 में भारत ने निराशाजनक संयुक्त-9वां स्थान हासिल किया। इसके बाद ग्राहम रीड ने भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दे दिया है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच और खिलाड़ी ने भुवनेश्वर में हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ दिलीप टिर्की को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस बारे में हॉकी इंडिया ने सोमवार को जानकारी दी। मेजबान भारत को 2021 में टोक्यो खेलों में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक में चार दशक के सूखे को समाप्त करने के बाद पदक के दावेदार के रूप में देखा जा रहा था।
क्रॉसओवर मैच में न्यूजीलैंड से हारने के बाद भारत अर्जेंटीना के साथ निराशाजनक 9वें स्थान पर रहा। रीड के अलावा पुरुष टीम के विश्लेषणात्मक कोच ग्रेग क्लार्क और सलाहकार मिशेल डेविड पेम्बर्टन ने भी सोमवार सुबह इस्तीफा दे दिया। तीनों अगले महीने अपनी नोटिस अवधि पूरी करेंगे। तीनों ने हॉकी इंडिया के अध्यक्ष के साथ महासचिव भोलानाथ सिंह के साथ टीम के प्रदर्शन और आगे की रणनीति को समझने और विश्लेषण करने के लिए खिलाड़ियों और टीम के सहायक अधिकारियों के साथ मुलाकात के बाद पद छोड़ने का फैसला किया।
रीड ने अप्रैल 2019 में भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में पदभार संभाला था। उनका शुरुआती कार्यकाल अगस्त 2020 तक था लेकिन टोक्यो ओलंपिक के एक साल के लिए स्थगित होने के बाद अनुबंध की अवधि बढ़ा दी गई थी। रीड और उनके सहायक स्टाफ की टीम ओलंपिक खेल टोक्यो 2020 में भारतीय टीम के ऐतिहासिक कांस्य पदक, 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक के साथ-साथ 2021/22 में एफआईएच हॉकी प्रो लीग सीजन में तीसरा स्थान हासिल करने का हिस्सा रही है।
टीम के साथ मुख्य कोच के रूप में रीड की सफल यात्राओं में 2019 में एफआईएच सीरीज की फाइनल खिताब जीत और 2019 में भुवनेश्वर में क्वालिफायर में रूस को हराकर ओलंपिक खेल टोक्यो 2020 के लिए क्वालीफाई करना शामिल है। भारतीय टीम के साथ 2019 से अपने कार्यकाल के बारे में बात करते हुए रीड ने कहा, अब मेरे लिए पद छोड़ने का समय आ गया है। टीम और हॉकी इंडिया के साथ काम करना सम्मान और सौभाग्य की बात है। मैंने इस शानदार यात्रा के हर पल का आनंद लिया है। मैं टीम को शुभकामनाएं देता हूं।