रायगढ़ : महाराष्ट्र के रायगढ़ में पांच मंजिला आवासीय इमारत के ढहने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और अभी भी कई लोग इमारत के मलबे में फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। तारिक गार्डन के मलबे के विशाल ढेर से लोगों को निकालने के लिए बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। सोमवार की रात 25 से अधिक लोगों को बचाने के बाद अभी कम से कम 7 और घायल लोगों को निकाला गया है।
बता दें कि छह साल पुरानी इस बिल्डिंग का निर्माण मुंबई के दो बिल्डरों ने किया था। शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। वहीं सरकार इस त्रासदी के लिए कम से कम 6 दोषियों की पहचान कर चुकी है जिन पर मामला दर्ज किया जा रहा है। इन लोगों में बिल्डर, आरसीसी कंसल्टेंट, ठेकेदार, नागरिक निकाय के तत्कालीन सीईओ, मुख्य अभियंता आदि शामिल हैं।
महाद पुलिस की एक टीम बिल्डर और ठेकेदार को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई के लिए रवाना हो गई है। वहीं एनडीआरएफ, रायगढ़ पुलिस, फायर ब्रिगेड और अन्य गैर-सरकारी संगठनों की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई थीं। लोगों को बचाने के लिए डॉग स्क्वॉयड की मदद ली गई, ताकि मलबे में दबे लोगों का सूंघकर पता लगाया जा सके और उन्हें निकाला जा सके।
शहर के काजलपुरा इलाके में बनी आवासीय इमारत तारिक गार्डन में लगभग 45 फ्लैट हैं, जिनमें 100 से अधिक लोग रहते हैं। सोमवार की शाम 6 बजे यह इमारत अचानक गिर गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वह इस हादसे से दुखी हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मैं महाराष्ट्र सरकार से पीड़ितों और फंसे लोगों की मदद करने की अपील करता हूं। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी बचाव कार्य में मदद करनी चाहिए।”
रायगढ़ की अभिभावक मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि इमारत में 200 से अधिक लोग रहते थे, लेकिन हो सकता है कि शाम का समय होने के कारण कई लोग बाहर या बाजारों में रहे हों। मंत्री शिंदे ने मीडिया से कहा, “सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों इसलिए राज्य की सभी पुरानी और जीर्ण-शीर्ण इमारतों का स्ट्रक्चरल ऑडिट भी करेंगे।”