जयपुर। टाटा पावर ने कहा कि अगले पांच वर्षों में कंपनी की राजस्थान में 8,000 मेगावाट बिजली सुविधाओं संबंधी परियोजनाओं, 1,000 मेगावाट की सौर रूफटॉप और 1,50,000 सौर पंपों को विकसित करने की योजना है। राजस्थान में निवेश सम्मेलन में भाग लेते हुए टाटा पावर के सीईओ एवं एमडी प्रवीर सिन्हा ने कहा कि आगामी पांच वर्षों में कंपनी के पास राज्य में 10,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो होने की योजना है। सिन्हा ने कहा कि कंपनी ने राज्य में 5,000 मेगावाट की कुल बिजली उत्पादन क्षमता लगाने के लिए निवेश किया था।
जिसमें से 2,000 मेगावाट पहले से ही चालू है और शेष 3,000 मेगावाट विभिन्न चरणों में है जो आगामी 12-24 महीनों में पूरा हो जाएगी। उन्होंने कहा, “आगामी पांच वर्षों में हमारी योजना क्षमता को 10,000 मेगावाट करने की है। ” उन्होंने कहा कि टाटा पावर, राजस्थान को भविष्य के लिए तैयार करते हुए इसकी पूरी क्षमता को साकार करने और देश के हरित ऊर्जा का एक केंद्र (ग्रीन पावर हाउस) के रूप में उभरने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
सिन्हा ने कहा, “ हम राज्य के किसानों, उद्योगों और आम नागरिकों के लाभ के लिए अपने तीनों कारोबार ईपीसी, सौर पंप और सौर रूफटॉप का निर्माण जारी रखेंगे। ” मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज राजस्थान में निवेश को लेकर आयोजित दो-दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया।