कोलकाता। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 17 मई से बंगाल के दौरे पर हैं। भागवत यहां 20 मई तक रहेंगे। यहां वह RSS की सांगठनिक बैठक में हिस्सा लेंगे। इनकी निगरानी में स्वयंसेवकों को शारीरिक और बौद्धीक प्रशिक्षण दिया जाएगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बंगाल दौरे को लेकर पुलिस से सतर्क रहने को कहा है। सीएम ने पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुनिश्चित करें कि कोई दंगा न हो। उन्होंने कहा, आरएसएस (RSS) चीफ 17 से 20 मई तक केशियारी गांव में रहेंगे। ऐसे में प्रशासन नजर रखे कि उनका एजेंडा क्या है।
ममता बनर्जी ने कहा कि प्रशासन आरएसएस (RSS) चीफ को कुछ मिठाई और फल भेजें, जिससे उन्हें पता चले कि हम अपने मेहमानों की कैसी खातिरदारी करते हैं। ममता बनर्जी के पुलिस को दिए गए इस तरह के निर्देश पर बीजेपी नेता दिलीप घोष ने आपत्ति जताई है। बीजेपी नेता ने कहा कि मोहन भागवत सम्मानित व्यक्ति हैं। वे राज्यों का दौरा करते रहते हैं और एक मुख्यमंत्री को उनके बारे में इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता। दिलीप घोष ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में तब भी दंगे हो रहे हैं जब भागवत यहां नहीं रहते हैं।
पुलिस और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों की हत्या और बलात्कार कर रहे हैं, लेकिन सरकार इससे निपटने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठा रही है। वहीं माकपा राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने ममता बनर्जी द्वारा भागवत को मिठाई और फल भेजने के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि- ‘बंगाल की सीएम कभी दंगाबाज के विष के दांत तोड़ने की बात कहती थीं, इसलिए बंगाल में लंब वक्त तक शांति बनी रही। आज दुर्गा की ओर से RSS को फल और मिठाई भेजकर बंगाल के समाज को बांटा जा रहा है।